Una News: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में बन रहा बल्क ड्रग पार्क प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देगा। उद्योग विभाग ने पार्क के लिए 900 करोड़ रुपये के टेंडर जारी कर दिए हैं। यह पार्क हरोली विधानसभा क्षेत्र के पोलियां गांव में 1402 हेक्टेयर भूमि पर बनेगा। इससे हजारों युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
आधारभूत ढांचे का होगा विकास
टेंडर अवार्ड होते ही भूमि समतलीकरण का काम शुरू हो जाएगा। इंडस्ट्रियल पार्क, ईटीपी प्लांट और सीईटीपी प्लांट का निर्माण किया जाएगा। सड़क निर्माण, बिजली सुविधा और इंडस्ट्रियल एरिया अपग्रेडेशन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इससे पूरे क्षेत्र का आधारभूत ढांचा मजबूत होगा।
पानी और बिजली की व्यवस्था
जल शक्ति विभाग 70 करोड़ रुपये की लागत से 15 एमएलडी पानी उपलब्ध कराएगा। पोलियां में 50 लाख लीटर क्षमता वाला टैंक बनाया जा चुका है। दुलैहड़ की हुम खड्ड में 25 लाख लीटर का टैंक तैयार हो गया है। पंजूआणा में प्रशासनिक भवन का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
बिजली उत्पादन की योजना
पार्क को कुल 150 मेगावाट बिजली की आवश्यकता होगी। इसमें से 20 मेगावाट बिजली पार्क में ही उत्पादित की जाएगी। 300 करोड़ रुपये की लागत से बायलर स्थापित किया जाएगा। शेष 130 मेगावाट बिजली ग्रिड से प्राप्त की जाएगी। गोंदपुर बूला और टाहलीवाल में विद्युत स्टेशन स्थापित किए गए हैं।
पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान
पार्क में एक बड़ा कॉमन इफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जाएगा। यह प्लांट सभी फैक्ट्रियों के तरल अपशिष्ट को इकट्ठा करेगा। अपशिष्ट जल को शुद्ध करके पुनः उपयोग किया जाएगा। इससे स्थानीय जलस्रोतों को प्रदूषण से बचाया जा सकेगा।
चीन पर निर्भरता कम होगी
बल्क ड्रग पार्क दवा निर्माण के कच्चे माल का उत्पादन करेगा। इससे चीन से कच्चे माल के आयात पर निर्भरता कम होगी। दवाओं के उत्पादन में गुणवत्ता और दाम तय करने की स्वतंत्रता मिलेगी। देशी और विदेशी निवेशकों की इसमें गहरी रुचि है।
रोजगार के अवसर बढ़ेंगे
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के अनुसार इस पार्क से हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा। प्रदेश के युवाओं को अब दूसरे राज्यों में नौकरी की तलाश नहीं करनी पड़ेगी। पार्क के पूरा होने के बाद औद्योगिक गतिविधियां तेजी से बढ़ेंगी। इससे क्षेत्र का समग्र विकास होगा।
