Himachal News: शिमला जिले के रामपुर उपमंडल में सड़क हादसे में एक महिला की मौत हो गई। सात अन्य महिलाएं घायल हो गईं। यह हादसा शुक्रवार शाम खूनना गांव के पास हुआ। एक बोलेरो वाहन अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे खाई में जा गिरा।
पुलिस के अनुसार वाहन चालक विनोद कुमार मेहता ननखड़ी निवासी हैं। वह बोलेरो गाड़ी में कई महिलाओं को लेकर जा रहे थे। गाड़ी खूनना गांव पहुंची तो चालक ने नियंत्रण खो दिया। वाहन सड़क से उतरकर खाई में जा गिरा।
मौके पर हुई महिला की मौत
हादसे में सुनीता देवी की मौके पर ही मौत हो गई। वह जवाहर सिंह की पत्नी थीं और ननखड़ी की निवासी थीं। अन्य सात घायल महिलाओं को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। स्थानीय लोगों ने राहत और बचाव कार्य में मदद की।
घायल महिलाओं में निशा कुमारी, अनिता कुमारी और कमला देवी शामिल हैं। नीलम देवी, सुलोचना देवी, सुमित्रा देवी और सुनीता देवी भी घायल हुईं। सभी महिलाएं रामपुर के ननखड़ी इलाके की निवासी हैं। उन्हें तुरंत चिकित्सा सहायता प्रदान की गई।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया। थाना रामपुर में करम सिंह की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया। भारतीय न्याय संहिता की धारा 281 और 106(125)(a) के तहत केस दर्ज हुआ। पुलिस घटना की जांच में जुट गई है।
डीएसपी रामपुर नरेश शर्मा ने बताया कि प्राथमिक जांच चल रही है। हादसे का कारण चालक की लापरवाही प्रतीत हो रही है। शव का पोस्टमार्टम करने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।
स्थानीय लोगों ने दी मदद
हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत मदद के लिए पहुंचे। उन्होंने घायल महिलाओं को वाहन से निकालने में सहायता की। नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाने में मदद मिली। सामुदायिक सहयोग से राहत कार्य तेजी से पूरा हुआ।
पुलिस ने भी त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंची। उन्होंने दुर्घटना स्थल का निरीक्षण किया। सभी आवश्यक कानूनी प्रक्रियाएं पूरी की गईं। अब पुलिस चालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी।
पहाड़ी सड़कों पर सुरक्षा चिंता
यह हादसा पहाड़ी इलाकों में सड़क सुरक्षा की चिंताओं को फिर से उजागर करता है। तीव्र ढलान और संकरी सड़कें दुर्घटना का कारण बनती हैं। चालकों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। वाहन नियंत्रण खोना जानलेवा साबित हो सकता है।
पुलिस लगातार वाहन चालकों को सतर्कता बरतने की सलाह देती है। पहाड़ी सड़कों पर गति सीमा का पालन जरूरी है। वाहन की तकनीकी जांच भी आवश्यक है। नियमित रखरखाव से दुर्घटनाएं रोकी जा सकती हैं।
