Himachal News: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड (HPBOSE) ने आगामी बोर्ड परीक्षाओं का कार्यक्रम जारी कर दिया है। शैक्षणिक सत्र 2025-26 की कक्षा 10वीं और 12वीं की वार्षिक परीक्षाएं 3 मार्च, 2026 से शुरू होंगी। बोर्ड अध्यक्ष डॉ राजेश शर्मा ने बताया कि 10वीं की परीक्षाएं 28 मार्च को और 12वीं की परीक्षाएं 1 अप्रैल, 2026 तक चलेंगी। सभी लिखित परीक्षाएं सुबह 9:45 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक आयोजित की जाएंगी। परीक्षा परिणाम 30 अप्रैल, 2026 को घोषित किए जाएंगे .
प्रैक्टिकल परीक्षाओं का कार्यक्रम
बोर्ड ने प्रैक्टिकल परीक्षाओं की तिथियां भी स्पष्ट कर दी हैं। व्यावहारिक परीक्षाएं 20 फरवरी से 28 फरवरी, 2026 के बीच आयोजित होंगी . यह कार्यक्रम नियमित और राज्य मुक्त विद्यालय (एसओएस) दोनों श्रेणियों के परीक्षार्थियों के लिए है। कम्पार्टमेंट और सुधार परीक्षाएं भी इसी शेड्यूल के तहत होंगी।
10वीं कक्षा का विस्तृत परीक्षा कार्यक्रम
कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं 3 मार्च, 2026 को अंग्रेजी विषय के पेपर से शुरू होंगी . परीक्षा का अंतिम पेपर 28 मार्च को सामाजिक विज्ञान का होगा। इस बीच 6 मार्च को हिंदी, 11 मार्च को गणित और 14 मार्च को विज्ञान के पेपर होंगे। विभिन्न व्यावसायिक विषयों की परीक्षाएं 23 मार्च को आयोजित की जाएंगी।
12वीं कक्षा का विस्तृत परीक्षा कार्यक्रम
कक्षा 12वीं की परीक्षाएं भी 3 मार्च से शुरू होकर 1 अप्रैल, 2026 तक चलेंगी . पहले दिन संस्कृत का पेपर होगा। 5 मार्च को अंग्रेजी और 12 मार्च को हिंदी की परीक्षा ली जाएगी। विज्ञान संकाय के महत्वपूर्ण विषयों में गणित 19 मार्च को, भौतिक विज्ञान 9 मार्च को, रसायन विज्ञान 23 मार्च को और जीव विज्ञान 13 मार्च को होगा।
मूल्यांकन प्रक्रिया और परिणाम तिथि
बोर्ड ने मूल्यांकन प्रक्रिया की समयसीमा भी निर्धारित की है। उत्तर पुस्तिकाओं का संग्रहण 12 मार्च से शुरू होगा . मूल्यांकन कार्य 2 अप्रैल से 22 अप्रैल तक चलेगा। परिणाम तैयार करने की प्रक्रिया 23 अप्रैल से शुरू होगी। सभी प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद 30 अप्रैल को परीक्षा परिणाम जारी कर दिया जाएगा।
10वीं की परीक्षा में बड़ा बदलाव
इस सत्र से हिमाचल प्रदेश बोर्ड ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है। अब कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाएगी . पहली मुख्य परीक्षा फरवरी-मार्च में और दूसरी सुधार परीक्षा जून-जुलाई में होगी। दोनों परीक्षाओं में बेहतर अंक को अंतिम माना जाएगा।
मुख्य परीक्षा के परिणाम के आधार पर विद्यार्थियों को तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाएगा। ये श्रेणियां हैं आवश्यक सुधार, वैकल्पिक सुधार और अनिवार्य पुनरावृत्ति . आवश्यक सुधार श्रेणी वाले छात्रों को दो विषयों में सुधार का मौका मिलेगा।
सभी विषयों में पास होने वाले छात्र तीन विषयों तक में वैकल्पिक सुधार परीक्षा दे सकेंगे। जो छात्र तीन से कम विषयों में पास होते हैं, वे दूसरी परीक्षा के पात्र नहीं होंगे। खेल गतिविधियों या बीमारी जैसे कारणों से अनुपस्थित रहे छात्रों को भी दूसरी परीक्षा में बैठने का मौका दिया जाएगा।
