Himachal News: ऊना सदर के भाजपा विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने जिले में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ऊना को फिरौतियों का अड्डा करार देते हुए आरोप लगाया कि पुलिस और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। सत्ती ने चेतावनी दी कि यदि हालात नहीं सुधरे तो भाजपा पुलिस और प्रशासन को जगाने के लिए चूड़ियां भेंट करेगी।
शुक्रवार को जिला मुख्यालय में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में विधायक ने तीखे तेवर दिखाए। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारी अपना कर्तव्य निभाने के बजाय रील्स बनाने और शादियों में नाचने में व्यस्त हैं। सत्ती ने एक स्थानीय कांग्रेसी नेता पर वसूली का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह नेता पुलिस पर कार्रवाई न करने का दबाव बनाते हैं।
पुलिस की कार्रवाई पर उठाए सवाल
सतपाल सत्ती ने हाल की कई घटनाओं का जिक्र कर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने संतोषगढ़ की उस घटना को याद दिलाया जब सट्टा कारोबारियों पर छापामार कार्रवाई करने गई पुलिस टीम को ही बंधक बना लिया गया था। एसपी को खुद मौके पर आकर टीम को छुड़वाना पड़ा था। विधायक ने आरोप लगाया कि कांग्रेसी नेताओं के दबाव में इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
मैहतपुर में सट्टेबाजी के मामले में 14 लोग गिरफ्तार किए गए थे। इनमें एक कांग्रेसी पदाधिकारी भी शामिल था। इसके बाद मुख्यमंत्री के ऊना दौरे पर आने के बाद रेड करने वाली पुलिस टीम को भंग कर दिया गया। हाल ही में उसी स्थान पर दोबारा छापेमारी में कई सट्टेबाज पकड़े गए और पांच लाख रुपये से अधिक की नकदी बरामद हुई।
मुखबिर की पहचान उजागर होने का मामला
बहडाला में एक युवक की पिटाई और गोली चलने की घटना में पुलिस की ढीली जांच पर भी सवाल उठे। देहलां में देसी कट्टे की सूचना देने वाले मुखबिर की पहचान उजागर हो गई। इसके बाद उस पर जानलेवा हमला हुआ। पुलिस अब तक हमलावरों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। विधायक ने इस मामले में पुलिस की निष्क्रियता पर गंभीर चिंता जताई।
सत्ती ने उपमुख्यमंत्री पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री ने देसी कट्टों, फिरौतियों और बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर चुप्पी साध रखी है। इससे अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। विधायक ने आगे कहा कि प्रशासनिक अधिकारी राजनीतिक दबाव में काम कर रहे हैं।
अवैध खनन में कांग्रेस नेताओं का नाम
अवैध खनन के मामले में भी विधायक ने गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि अवैध खनन में कांग्रेसी पदाधिकारी लिप्त हैं। हरियाणा पुलिस द्वारा वांछित लोग भी यहां अवैध खनन कर रहे हैं। सत्ती ने पुलिस की कार्रवाई में भेदभाव का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पुलिस छोटे ट्रैक्टरों पर ही कार्रवाई कर रही है।
ये ट्रैक्टर पंचायतों या मकानों के निर्माण के लिए रेत ले जाते हैं। वहीं माफिया के बड़े टिप्परों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। विधायक ने इस भेदभावपूर्ण कार्रवाई के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने ट्रैक्टर मालिकों के साथ मिलकर आंदोलन करने की योजना की घोषणा की।
ट्रैक्टर पंचायत की घोषणा
सतपाल सत्ती ने ऐलान किया कि प्रशासन की भेदभावपूर्ण कार्रवाई के खिलाफ जल्द ही ट्रैक्टर मालिकों के साथ एक ट्रैक्टर पंचायत बुलाई जाएगी। इसके बाद ट्रैक्टरों के साथ मिनी सचिवालय का घेराव कर जोरदार प्रदर्शन किया जाएगा। विधायक ने कहा कि यह आंदोलन प्रशासनिक भेदभाव के खिलाफ होगा।
उन्होंने स्पष्ट किया कि छोटे किसानों और आम निर्माण कार्यों में लगे लोगों को परेशान किया जा रहा है। जबकि बड़े माफिया बेखौफ काम कर रहे हैं। विधायक ने कहा कि सरकार और प्रशासन को गंभीरता से काम करना चाहिए। उन्होंने कानून-व्यवस्था में सुधार की तत्काल मांग की।
