Himachal News: कांगड़ा के धर्मशाला में सियासी पारा चढ़ गया है। हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार के तीन साल पूरे होने पर विपक्ष ने मोर्चा खोल दिया है। बीजेपी ने जोरावर मैदान में विशाल धरना प्रदर्शन शुरू किया है। इस दौरान विधानसभा का शीतकालीन सत्र भी चल रहा है। रैली में बीजेपी के कई बड़े दिग्गज नेता पहुंचे, लेकिन मंडी से सांसद कंगना रनौत यहाँ नहीं दिखीं। हजारों कार्यकर्ताओं ने मैदान में इकठ्ठा होकर सरकार विरोधी नारे लगाए।
सुक्खू सरकार के खिलाफ आक्रोश
बीजेपी ने इस प्रदर्शन को ‘व्यवस्था पतन के 3 साल’ का नाम दिया है। पार्टी महंगाई, बेरोजगारी और अधूरी गारंटियों के मुद्दों पर सरकार को घेर रही है। बीजेपी नेताओं का आरोप है कि जनता बिगड़ती व्यवस्था से परेशान है। सरकार लोकतांत्रिक विरोध को दबाने का काम कर रही है। नेताओं ने साफ कहा कि कांग्रेस सरकार केवल राजनीतिक टकराव बढ़ा रही है। जमीनी स्तर पर जनता के मुद्दे वैसे के वैसे ही बने हुए हैं।
दिग्गजों का जमावड़ा और सीएम पर निशाना
धर्मशाला विधायक सुधीर शर्मा ने रैली में तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि आज हिमाचल प्रदेश ने सत्ता परिवर्तन की आवाज बुलंद की है। शर्मा ने तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अपनी ‘सीट की पेटी’ बांध लें। जनता अब बदलाव के लिए तैयार है। प्रदर्शन में पूर्व सीएम जयराम ठाकुर, पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन शामिल हुए। इसके अलावा सांसद सुरेश कश्यप और इंदु गोस्वामी ने भी एकजुटता दिखाई।
विधानसभा की कार्यवाही हुई ठप
इस प्रदर्शन का असर सदन के भीतर भी देखने को मिला। गुरुवार को विधानसभा में ‘प्राइवेट मेंबर बिल डे’ था। हालांकि, बीजेपी के सदस्य सदन में मौजूद नहीं थे। वे बाहर चल रहे प्रदर्शन में शामिल थे। विपक्ष की गैर-मौजूदगी के कारण स्पीकर ने कार्यवाही को स्थगित कर दिया। उधर, जोरावर मैदान में महिला कार्यकर्ताओं ने भी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बीजेपी ने चेतावनी दी है कि मांगें न मानने पर वे बड़ा जनआंदोलन खड़ा करेंगे।
