Himachal News: बिलासपुर जिले के गरमौड़ा और बलोह टोल प्लाजा ने सरकारी आदेशों की अवहेलना की है। जिला प्रशासन ने खराब सड़क हालत के कारण इन टोल प्लाजाओं को एक महीने के लिए बंद करने का आदेश जारी किया था। लेकिन टोल कंपनियों ने यह कहते हुए आदेश मानने से इनकार कर दिया कि उन्हें राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) से कोई आदेश नहीं मिला है।
जिला प्रशासन के आदेश की अवहेलना
बुधवार को जारी आदेश के बावजूद गुरुवार को भी टोल वसूली जारी रही। इसके विरोध में जिला परिषद सदस्य गौरव शर्मा टोल प्लाजा पहुंचे। उन्होंने कर्मचारियों से सीधे तौर पर पूछा कि क्या वे सरकार से ऊपर हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कंपनी के कर्मचारियों ने डीसी के आदेशों को फाड़ दिया।
NHAI और टोल कंपनी का रुख
टोल कंपनी के अधिकारियों ने दावा किया कि उन्हें NHAI की तरफ से कोई आधिकारिक आदेश नहीं मिला है। उनका कहना था कि जब तक NHAI आदेश जारी नहीं करता, तब तक वे टोल वसूली जारी रखेंगे। इससे स्थानीय लोगों और प्रशासन के बीच तनाव पैदा हो गया है।
सड़कों की खराब हालत
कीरतपुर-मनाली फोरलेन पर स्थित इन टोल प्लाजाओं के आसपास सड़कों की हालत बेहद खराब है। जगातखाना से पहले फोरलेन की केवल एक लेन ही उपयोग के लायक बची है। मंडी जिले में पंडोह और कुल्लू से मनाली तक की सड़कें भी बुरी स्थिति में हैं। डोहलूनाला टोल प्लाजा तो पहले ही दो साल से बंद है।
राजनीतिक हस्तक्षेप
इस मुद्दे पर राजनीतिक स्तर पर भी चर्चा हुई है। बिलासपुर के मंत्री राजेश धर्माणी ने विधानसभा सत्र में मुख्यमंत्री से इस बारे में बात की थी। भाजपा नेता ऋतिक शर्मा ने NHAI को पत्र लिखकर स्थिति पर तुरंत कार्रवाई की मांग की थी। स्थानीय नेताओं का कहना है कि खराब सड़कों पर टोल वसूली अनुचित है।
