Himachal News: हिमाचल प्रदेश पुलिस ने नशा माफिया की कमर तोड़ दी है। राज्य में संगठित नशा नेटवर्क के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाया गया। पुलिस ने बीते 24 घंटों में ताबड़तोड़ छापेमारी करते हुए 16 खूंखार तस्करों को हिरासत में लिया है। यह कार्रवाई पिट-एनडीपीएस एक्ट (PIT-NDPS Act) के तहत की गई है। पुलिस ने सोलन, देहरा, बद्दी और नूरपुर समेत कई जिलों में एक साथ दबिश दी। हिमाचल प्रदेश सरकार ने नशे के सौदागरों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है।
इन जिलों में हुई बड़ी कार्रवाई
पुलिस ने हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में एक साथ जाल बिछाया। सबसे ज्यादा चार-चार तस्कर सोलन और देहरा से पकड़े गए हैं। इसके अलावा पुलिस ने बद्दी से तीन और नूरपुर से दो अपराधियों को दबोचा है। हमीरपुर, मंडी और सिरमौर जिले से भी एक-एक तस्कर को हिरासत में लिया गया है। यह एक्ट उन गंभीर अपराधियों पर लगता है जो बार-बार नशे के कारोबार में शामिल पाए जाते हैं।
48 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त
धर्मशाला में हाल ही में एनसीओआरडी (NCORD) की बैठक हुई थी। इसके बाद यह पहली बड़ी कार्रवाई है। हिमाचल प्रदेश में शनिवार को हुई इस कार्रवाई के बाद हिरासत में लिए गए तस्करों की कुल संख्या 62 हो गई है। साल 2023 से अब तक 46 बड़े तस्करों पर इस सख्त कानून का इस्तेमाल हुआ है। पुलिस ने वित्तीय जांच के दौरान तस्करों की करीब 48 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की है। अब इन तस्करों की अन्य संपत्तियों और बैंक खातों की भी गहन जांच होगी।
डीजीपी ने जारी की हेल्पलाइन
पुलिस महानिदेशक (DGP) अशोक तिवारी ने इस कार्रवाई की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लोगों को नशे के खिलाफ आगे आना चाहिए। उन्होंने युवाओं से अपील की है कि वे नशा बेचने वालों की सूचना तुरंत 112 नंबर या नजदीकी थाने में दें। पुलिस सूचना देने वाले की पहचान पूरी तरह गुप्त रखेगी।
पंचायत स्तर पर तैयार हुआ डाटा
सरकार ने चिट्टा माफिया के खिलाफ निर्णायक युद्ध छेड़ दिया है। हिमाचल प्रदेश में पंचायत स्तर तक नशा करने वालों और तस्करों की मैपिंग पूरी कर ली गई है। अब हर गांव में नशा निवारण समितियां बन रही हैं। साथ ही स्कूली पाठ्यक्रम में भी नशे के खिलाफ जागरूकता का अध्याय जोड़ा जा रहा है। पिछले तीन वर्षों में पुलिस ने 5642 मामले दर्ज किए हैं और 36 किलो से ज्यादा चिट्टा बरामद किया है।
