Himachal News: हिमाचल प्रदेश में विदेशी पर्यटकों के लिए एक बड़ी सुविधा जल्द ही शुरू होने वाली है। हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम ने अपने होटलों, रेस्टोरेंट और कैफे में करंसी एक्सचेंज की सुविधा शुरू करने की तैयारी शुरू कर दी है। निगम ने इस सेवा के संचालन के लिए भारतीय रिजर्व बैंक से औपचारिक मंजूरी के लिए आवेदन कर दिया है। स्वीकृति मिलते ही यह सुविधा चरणबद्ध तरीके से पूरे प्रदेश में लागू हो जाएगी।
इस सेवा की शुरुआत से प्रदेश में आने वाले विदेशी सैलानियों को बड़ी राहत मिलेगी। अभी पर्यटकों को विदेशी मुद्रा बदलने के लिए एयरपोर्ट या बड़े शहरों में बैंक शाखाओं पर निर्भर रहना पड़ता है। कई बार होटलों से दूरी होने के कारण उन्हें असुविधा का सामना करना पड़ता है। अब सैलानी जहां ठहरेंगे, वहीं विदेशी मुद्रा विनिमय की सुविधा मिल सकेगी।
प्रमुख पर्यटन स्थलों पर सुविधा
पर्यटन निगम की योजना के मुताबिक शिमला, मनाली और कुल्लू में प्राथमिकता के आधार पर करंसी एक्सचेंज काउंटर स्थापित किए जाएंगे। धर्मशाला, मैक्लोडगंज, डलहौजी और चंबा सहित प्रमुख पर्यटन स्थलों पर भी यह सुविधा उपलब्ध होगी। इसके बाद यह सुविधा निगम की अन्य इकाइयों में भी उपलब्ध करवाई जाएगी।
पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक डॉ. राजीव कुमार ने बताया कि करंसी एक्सचेंज सुविधा शुरू करने के लिए औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। निगम ने आरबीआई से अनुमति प्राप्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जल्द ही इस दिशा में सकारात्मक परिणाम आने की उम्मीद है।
पर्यटन कारोबार को मिलेगा बढ़ावा
इस सुविधा से न सिर्फ पर्यटन सेवाओं में सुधार होगा, बल्कि प्रदेश में पर्यटन कारोबार भी मजबूत होगा। विदेशी पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं मिलने से हिमाचल प्रदेश की अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र में पहचान मजबूत होगी। पर्यटन निगम के अधिकारियों का मानना है कि इससे विदेशी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी।
निगम के चेयरमैन आरएस बाली ने बताया कि प्रदेश सरकार निगम के होटलों में सभी विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने का प्रयास कर रही है। इसी दिशा में पर्यटन निगम के होटलों में करंसी एक्सचेंज की सुविधा शुरू करने का फैसला लिया गया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि नए साल में यह सुविधा शुरू हो जाएगी।
विदेशी पर्यटकों को राहत
वर्तमान में विदेशी पर्यटकों को विदेशी मुद्रा बदलने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। दूरदराज के पर्यटन स्थलों पर बैंकों और अधिकृत करंसी एक्सचेंज केंद्रों की कमी है। इस नई सुविधा से पर्यटकों को काफी सुविधा होगी। वे अपने ठहरने के स्थान पर ही मुद्रा विनिमय कर सकेंगे।
पर्यटन उद्योग के विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम से हिमाचल प्रदेश की पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। विदेशी पर्यटकों के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होने से वे लंबे समय तक प्रदेश में ठहरना पसंद करेंगे। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को फायदा होगा।
भविष्य की योजनाएं
पर्यटन निगम की ओर से और भी कई योजनाएं चल रही हैं। निगम अपने होटलों और रिसॉर्ट्स में अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं उपलब्ध करवाना चाहता है। इसके लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। करंसी एक्सचेंज सुविधा इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
निगम के अधिकारियों का कहना है कि आरबीआई से अनुमति मिलने के बाद जल्द ही इस सुविधा का शुभारंभ कर दिया जाएगा। प्रारंभिक चरण में प्रमुख पर्यटन स्थलों पर यह सुविधा उपलब्ध होगी। बाद में इसे अन्य स्थानों तक विस्तारित किया जाएगा। इससे पर्यटन क्षेत्र में नई गति मिलने की उम्मीद है।
