Himachal News: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने होलीस्टिक प्रोग्रेस कार्ड (एचपीसी) का अंतिम प्रारूप तैयार कर लिया है। धर्मशाला में आयोजित छह दिवसीय कार्यशाला में इसका ड्राफ्ट पूरा हुआ। अब इसे सरकारी स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। स्वीकृति मिलने के बाद इसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर विकसित किया जाएगा।
66 विशेषज्ञों ने किया योगदान
कार्यशाला के पहले तीन दिनों में एचपीसी पर विस्तृत चर्चा हुई। प्रदेश भर के 66 विषय विशेषज्ञों ने इस प्रक्रिया में अपना योगदान दिया। उन्होंने नए प्रगति कार्ड के विभिन्न पहलुओं पर गहन मंथन किया। इससे छात्रों के समग्र मूल्यांकन की एक नई प्रणाली तैयार हुई है।
चार साल का होगा व्यापक रिकॉर्ड
होलीस्टिक प्रोग्रेस कार्ड लागू होने के बाद नौवीं से बारहवीं कक्षा तक के छात्रों का व्यापक रिकॉर्ड उपलब्ध होगा। इसमें छात्र की बुनियादी जानकारी, स्वास्थ्य संबंधी आंकड़े और शैक्षणिक प्रदर्शन शामिल होगा। साथ ही छात्रों की पाठ्येतर गतिविधियों का भी विवरण रहेगा।
360 डिग्री आकलन की सुविधा
नया प्रगति कार्ड छात्रों के व्यक्तित्व का 360 डिग्री आकलन करने में सक्षम होगा। पहले छात्रों की पाठ्येतर गतिविधियों का कोई क्रेडिट नहीं मिलता था। एचपीसी में इन गतिविधियों का पूरा ब्यौरा और प्रदर्शन डेटा उपलब्ध होगा। इससे छात्रों की समग्र प्रगति को समझना आसान हो जाएगा।
सरकारी स्वीकृति का इंतजार
बोर्ड सचिव डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने बताया कि फाइनल प्रारूप तैयार हो गया है। इसे जल्द ही प्रदेश सरकार के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। सरकार की स्वीकृति के बाद ऑनलाइन प्लेटफॉर्म विकसित किया जाएगा। इस नई प्रणाली से शिक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार की उम्मीद है।
