शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

हिमाचल प्रदेश विधानसभा: कांग्रेस विधायकों ने भाजपा के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन

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Himachal News: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन बुधवार को कांग्रेस विधायकों और मंत्रियों ने तपोवन स्थित विधानसभा परिसर में भाजपा के खिलाछ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने भाजपा भगाओ बेटी बचाओ के नारे लगाए और चुराह के भाजपा विधायक हंसराज पर युवती से शारीरिक शोषण के आरोपों को लेकर तख्तियां लेकर विरोध जताया। यह प्रदर्शन सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विधानसभा परिसर की सीढ़ियों पर किया गया।

विपक्ष पर लगाए गंभीर आरोप

राजस्व मंत्रीजगत सिंह नेगी ने इस दौरान भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भाजपा कानून व्यवस्था पर बड़ी बड़ी बातें करती है लेकिन उनके अपने विधायक लगातार नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि जो लोग कानून का पाठ पढ़ाते हैं वही सबसे पहले उसे तोड़ रहे हैं। नेगी ने मांग की कि भाजपा को पहले अपने विधायकों को नियंत्रित करना चाहिए।

पीड़िता को न्याय की मांग

कांग्रेस नेताओंने इस प्रदर्शन के माध्यम से पीड़ित युवती को न्याय दिलाने और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के कई नेता यौन शोषण के आरोपों से घिरे हैं लेकिन पार्टी के आला नेता इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। कांग्रेस का कहना था कि यह मामला प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था का सबसे बड़ा उदाहरण है।

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प्रदर्शन में शामिल हुए बड़े नेता

इस विरोध प्रदर्शन मेंकई बड़े कांग्रेस नेता शामिल हुए। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर ने भी इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया। योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष और फतेहपुर विधायक भवानी सिंह पठानिया भी मौजूद रहे। मंत्री चंद्र कुमार और विधायक अनुराधा सहित कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी भाजपा के खिलाफ इस मोर्चे में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया।

सदन के बाहर गूंजे नारे

विधानसभापरिसर में कांग्रेस विधायकों के नारों से पूरा माहौल गर्म हो गया। भाजपा भगाओ बेटी बचाओ के नारों के साथ ही अन्य नारों ने सियासी गर्मी बढ़ा दी। कांग्रेस नेताओं ने तख्तियां हाथों में लेकर सदन की सीढ़ियों पर बैठकर धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सदन की गरिमा की बात करती है लेकिन उसके अपने नेता ही अनुशासन भंग कर रहे हैं।

शीतकालीन सत्र का शुभारंभ

यह प्रदर्शन उस समय हुआ जब धर्मशालाके तपोवन में हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हुआ है। यह सत्र 26 नवंबर से 5 दिसंबर तक चलेगा और इसमें कुल आठ बैठकें प्रस्तावित हैं। सत्र के पहले दिन संविधान दिवस के मौके पर विधानसभा में संविधान की प्रस्तावना पढ़ी गई और पूर्व विधायक स्वर्गीय बाबू राम गौतम को श्रद्धांजलि दी गई।

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भाजपा की प्रतिक्रिया

विपक्षीदल भाजपा ने इन आरोपों को निराधार बताया है। भाजपा नेता अब तक इन आरोपों पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दे पाए हैं। हालांकि सत्र शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के बीच शिष्टाचार भेंट हुई थी। दोनों नेताओं ने सदन के संचालन के लिए एक दूसरे को शुभकामनाएं दीं।

सर्वदलीय बैठक में चर्चा

विधानसभाअध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने सत्र शुरू होने से पहले एक सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इस बैठक में सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। अध्यक्ष ने सभी सदस्यों से सदन की गरिमा बनाए रखने और नियमों के दायरे में रहकर कार्यवाही चलाने की अपील की थी। इसके बावजूद सत्र के पहले दिन ही राजनीतिक तनाव देखने को मिला।

आगामी रणनीति

कांग्रेस नेस्पष्ट किया कि वह इस मामले में लगातार भाजपा पर दबाव बनाए रखेगी। पार्टी नेताों ने कहा कि वे भाजपा के इस दोहरे चरित्र को जनता के सामने लाते रहेंगे। उन्होंने भाजपा नेतृत्व से मांग की कि वे आरोपी विधायकों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करें और पार्टी से निलंबित करें। इस मामले ने शीतकालीन सत्र के पहले दिन से ही राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया है।

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