Shimla News: हिमाचल प्रदेश सरकार ने भारी बारिश से प्रभावित बागवानों को बड़ी राहत देते हुए हिमाचल प्रदेश हॉर्टिकल्चर प्रोड्यूस मार्केटिंग एंड प्रोसेसिंग कॉर्पोरेशन (एचपीएमसी) को खराब सेब खरीदने के आदेश दिए हैं। उद्योग मंत्री हर्षवर्धन सिंह चौहान ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सड़कें बंद होने से फसल मंडियों तक नहीं पहुंच पा रही है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एचपीएमसी को मार्केट इंटरवेंशन स्कीम (एमआईएस) के तहत यह निर्देश जारी किए हैं। इस कदम का उद्देश्य बागवानों को उनकी फसल का कुछ मुआवजा दिलाना है। लगातार बारिश से सेब की फसल को भारी नुकसान हुआ है।
सड़कों की खराब हालत ने बढ़ाई मुश्किलें
प्रदेश में लगातार चौथे महीने जारी भारी बारिश ने यातायात व्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया है। कई महत्वपूर्ण सड़कें बंद हैं। इससे बागवान अपना सेब मंडियों तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं। कुल्लू-मनाली मार्ग पर व्यास नदी के किनारे बार-बार क्षति हो रही है।
मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग को तुरंत सड़कों की मरम्मत के निर्देश दिए हैं। सरकार ने अब नए निर्माण के लिए भी गाइडलाइन जारी की है। नदियों और नालों से कम से कम 100 मीटर की दूरी पर ही भवन निर्माण की अनुमति दी जाएगी।
प्रदेश को भारी नुकसान
उद्योग मंत्री ने बताया कि बारिश से अब तक प्रदेश को लगभग 4500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। दुर्भाग्य से 409 लोगों की मौत हो चुकी है। मंडी जिले के धर्मपुर में सोमवार रात हुई भारी बारिश के कारण तीन लोगों की जान चली गई।
यह निर्णय राज्य सरकार द्वारा बागवानों का समर्थन करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सेब उत्पादन हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख आधार है। बारिश के कारण इस साल फसल की गुणवत्ता और परिवहन दोनों पर विपरीत प्रभाव पड़ा है।
