Shimla News: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में देहरा उपचुनाव को लेकर विवाद तेज हो गया है। विपक्ष के विधायकों ने सरकार पर कैश फॉर वोट का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि चुनाव में महिलाओं को गलत तरीके से पैसे बांटे गए। साथ ही विधानसभा में जानकारी छुपाने का भी आरोप लगाया।
विपक्ष के प्रमुख आरोप
धर्मशाला से बीजेपी विधायक सुधीर शर्मा ने आरोप लगाया कि आचार संहिता लागू होने के दौरान कांगड़ा को-ऑपरेटिव बैंक से 68 महिला मंडलों को पैसे दिए गए। एक हजार महिलाओं के खाते में 4500-4500 रुपये जमा किए गए। यह पूरा मामला चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने वाला है।
विधानसभा में प्रश्न हटाने का मामला
विपक्षी विधायकों ने बताया कि उनके प्रश्नों को सदन की कार्यसूची से हटा दिया गया। प्रश्न लिस्ट होने के बावजूद उन्हें प्रश्नकाल के दौरान नहीं लगाया गया। इससे सरकार द्वारा जानकारी छुपाने का प्रयास किया जा रहा है। विधायकों ने इसकी कड़ी निंदा की।
मुख्यमंत्री की साख पर सवाल
विपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री की साख दांव पर लगी हुई है। इसलिए जानकारी छुपाई जा रही है। पिछले सत्र में भी इस मामले पर सरकार ने जानकारी देने से इनकार किया था। आरटीआई के के माध्यम से मिली जानकारी के बाद भी सदन में प्रश्न नहीं पूछने दिया गया।
अन्य मामलों में भी आरोप
बिलासपुर से विधायक त्रिलोक जमवाल ने एक्साइज नीति से जुड़े प्रश्न हटाए जाने का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि सदस्य की अनुमति के बिना प्रश्न नहीं हटाए जा सकते। पर्यटन निगम के होटलों से जुड़े प्रश्न भी हटा दिए गए। विपक्ष ने इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बताया।
