Himachal News: कांगड़ा के गगल हवाई अड्डे पर मंगलवार रात भारतीय वायुसेना ने अचानक अभ्यास किया। आसमान में लड़ाकू विमानों की तेज गर्जना ने स्थानीय लोगों को चौंका दिया। यह अभ्यास चीन द्वारा अरुणाचल पर दावा जताने के तुरंत बाद हुआ है। हिमाचल प्रदेश के इस शांत इलाके में रात के समय ऐसी हलचल सामान्य नहीं है। विमानों ने रात के अंधेरे में कई बार लैंडिंग और टेकऑफ किया।
रात भर आसमान में गूंजी आवाजें
वायुसेना की यह गतिविधि रात करीब 9:30 बजे शुरू हुई। विमानों ने रात 11 बजे तक लगातार उड़ान भरी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार एक विमान रात 9:32 बजे रनवे पर उतरा। यह विमान मात्र तीन मिनट रुकने के बाद 9:35 बजे वापस उड़ गया। इसके बाद विमान ने आसमान में छह से सात चक्कर लगाए। यह विमान गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से आया था।
लाइट ऑफ करके किया गया अभ्यास
सूत्रों के मुताबिक वायुसेना ने यह ड्रिल विशेष परिस्थितियों के लिए की है। विमान ने लाइट ऑन और लाइट ऑफ दोनों स्थितियों में लैंडिंग का अभ्यास किया। सबसे पहले एक हेलीकॉप्टर ने मोर्चा संभाला और उसके बाद विमान ने लैंडिंग की। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में रात के सन्नाटे में इस तरह की मॉक ड्रिल ने सभी का ध्यान खींचा है।
प्रशासन ने की मॉक ड्रिल की पुष्टि
गगल एयरपोर्ट पर रात में उड़ानें संचालित नहीं होती हैं। अचानक आई तेज आवाजों से लोग दहशत में आ गए थे। कांगड़ा के उपायुक्त हेमराज बैरवा ने स्थिति स्पष्ट की है। उन्होंने बताया कि यह सुरक्षा कारणों से की गई एक मॉक ड्रिल थी। हिमाचल प्रदेश की सीमाओं और रणनीतिक महत्व को देखते हुए वायुसेना अपनी तैयारियों को परख रही है।
