Himachal Pradesh News: अडानी एग्री फ्रेश लिमिटेड (AAFL) ने हिमाचल प्रदेश में वर्ष 2025 के सेब सीजन की खरीदारी शुरू कर दी है। कंपनी ने सर्वोत्तम गुणवत्ता वाले LMS ग्रेड के सेबों के लिए शुरुआती मूल्य 85 रुपये प्रति किलोग्राम निर्धारित किया है। यह दर पिछले साल के मुकाबले 5 रुपये अधिक है। खरीदारी की शुरुआत 24 अगस्त से रोहरू, रामपुर और टुटू-पानी जैसे प्रमुख क्षेत्रों में होगी।
सेब के ग्रेड के अनुसार मूल्य निर्धारण
कंपनी ने सेबों के रंग और आकार के आधार पर विस्तृत मूल्य सूची जारी की है। 80-100% रंग वाले प्रीमियम सेबों में EL ग्रेड 45 रुपये, LMS 85 रुपये, ES 75 रुपये, EES 65 रुपये और PITTU 45 रुपये प्रति किलो के भाव पर खरीदे जाएंगे। 60-80% रंग वाले सुप्रीम श्रेणी के सेबों के लिए क्रमशः 35, 65, 55, 45 और 35 रुपये का भाव तय किया गया है।
कम रंग वाले सेबों का मूल्य
60% से कम रंग वाले सभी आकार के सेबों को 24 रुपये प्रति किलोग्राम के समान भाव पर खरीदा जाएगा। ग्रेडिंग के दौरान रिजेक्ट हुए ROL सेब भी इसी दर पर बिकेंगे। EEL या US श्रेणी के छोटे आकार के सेबों का भाव उनके रंग की परवाह किए बिना 20 रुपये प्रति किलोग्राम रखा गया है।
राज्य में सेब उत्पादन का महत्व
हिमाचल प्रदेश में लगभग 1 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सेब की खेती होती है। यह राज्य के कुल फल उत्पादन का लगभग 50% हिस्सा है। प्रति वर्ष लगभग 5.5 लाख मीट्रिक टन सेब का उत्पादन राज्य की अर्थव्यवस्था में 5,500 करोड़ रुपये से अधिक का योगदान देता है। AAFL वर्तमान में इस उत्पादन का लगभग 8% हिस्सा संभालती है।
