शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

हिमाचल प्रदेश: 97 साल पुरानी पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेलवे लाइन अब ब्रॉडगेज में तब्दील होगी

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Kangra News: हिमाचल प्रदेश की ऐतिहासिक पठानकोट-जोगिंद्रनगर नैरोगेज रेलवे लाइन को ब्रॉडगेज में बदलने का रास्ता साफ हो गया है। इस परियोजना के लिए सर्वेक्षण का काम पूरा हो चुका है। करीब 195 किलोमीटर लंबी इस नई लाइन के निर्माण पर लगभग 30 हजार करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। इसके साथ ही कांगड़ा और मंडी जिलों के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।

यह परिवर्तन क्षेत्र की परिवहन व्यवस्था में क्रांति ला देगा। नई लाइन पर सात नई सुरंगों का निर्माण प्रस्तावित है जिनकी कुल लंबाई लगभग दस किलोमीटर होगी। साथ ही रेलवे के 34 नए स्टेशन बनाए जाएंगे। मौजूदा 950 पुलों के अलावा अतिरिक्त 200 पुलों की आवश्यकता होगी जिससे कुल पुलों की संख्या 1150 हो जाएगी।

परियोजना की वर्तमान स्थिति

सर्वे रिपोर्ट तैयार होने के बाद अब प्रस्ताव रेलवे बोर्ड के पास भेजा जाएगा। वहां से मंजूरी मिलने के बाद विस्तृत परियोजना रिपोर्ट यानी डीपीआर अंतिम रूप दी जाएगी। कांगड़ा-चंबा के सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने इस मुद्दे को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के समक्ष उठाया था। उनका कहना है कि रेल मंत्री ने सर्वे कराकर कार्य आगे बढ़ाने की हामी भरी है।

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पुरानी लाइन की चुनौतियाँ

वर्तमान नैरोगेज लाइन 97 वर्ष पुरानीहै और अंग्रेजों के जमाने में बनी थी। यह भारत की सबसे लंबी दो फीट छह इंच की रेलवे लाइन है। पिछले कुछ वर्षों में भूस्खलन और प्राकृतिक आपदाओं ने इस लाइन की हालत खराब कर दी है। तीन साल पहले बाढ़ में चक्की पुल बह गया था जिसका अभी तक पुनर्निर्माण नहीं हो सका है। इससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है।

लगातार व्यवधान के कारण यात्रियों को बसों और निजी वाहनों पर निर्भर रहना पड़ता है। पुलों की दीवारें कमजोर हो गई हैं और रखरखाव के अभाव में ट्रैक की स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है। ऐसे में नई ब्रॉडगेज लाइन एक स्थायी समाधान साबित होगी।

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भविष्य के लाभ

इस परियोजना से हिमाचल प्रदेश के पर्यटन को बहुत बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। ब्रॉडगेज लाइन बनने से यात्री क्षमता में वृद्धि होगी और माल ढुलाई की गति तेज होगी। इससे प्रदेश देश के बाकी हिस्सों से बेहतर तरीके से जुड़ सकेगा। हिमाचल प्रदेश पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र बन सकता है।

नई रेलवे लाइन पठानकोट, कांगड़ा और मंडी जिलों से होकर गुजरेगी। मौजूदा 164 किलोमीटर लंबी लाइन को बढ़ाकर 195 किलोमीटर किया जाएगा। यह परियोजना क्षेत्र के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और लोगों के जीवन को आसान बनाएगी।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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