Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में रविवार को पल्स पोलियो अभियान शुरू हो रहा है। इस अभियान के तहत शून्य से पांच साल तक के बच्चों को पोलियो की खुराक दी जाएगी। पूरे राज्य में इस कार्यक्रम के लिए 5793 पोलियो बूथ स्थापित किए गए हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने कुल 6.24 लाख बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य रखा है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू इस अभियान का शुभारंभ करेंगे। वे शिमला स्थित कमला नेहरू अस्पताल से यह कार्यक्रम शुरू करेंगे। स्वास्थ्य विभाग ने अभियान की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। विभाग का लक्ष्य पहले ही दिन 90 प्रतिशत बच्चों तक दवा पहुंचाना है।
पर्यटकों के बच्चों के लिए भी विशेष व्यवस्था
स्वास्थ्य विभाग नेपर्यटकों के बच्चों के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। प्रदेश में घूमने आए सैलानियों के बच्चे भी इस अभियान का लाभ ले सकते हैं। सभी प्रमुख पर्यटन स्थलों पर इसकी व्यवस्था की गई है। पर्यटक किसी भी सरकारी अस्पताल या पोलियो बूथ पर जा सकते हैं।
राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर रविंद्र कुमार ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों को अवश्य लेकर आएं। उन्होंने बताया कि सभी स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी तय कर दी गई है। इसमें आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी शामिल हैं।
मंडी और कांगड़ा जिले में सबसे अधिक बूथ
प्रदेश मेंमंडी और कांगड़ा जिलों में बच्चों की संख्या सबसे अधिक है। मंडी जिले में 1103 पोलियो बूथ बनाए गए हैं। यहां लगभग 1.12 लाख बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य है। कांगड़ा जिले में 1010 बूथों पर 1.05 लाख बच्चों को खुराक दी जाएगी।
शिमला जिले में 712 बूथ स्थापित किए गए हैं। यहां 62 हजार बच्चों को दवा पिलाई जाएगी। सिरमौर जिले में 538 बूथों पर 55 हजार बच्चों का लक्ष्य है। सोलन जिले में 424 बूथों पर 45 हजार बच्चों को खुराक मिलेगी।
शेष जिलों में भी बड़े पैमाने पर तैयारी
चंबाजिले में 542 पोलियो बूथ काम करेंगे। यहां 47 हजार बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य है। कुल्लू जिले में 393 बूथों पर 38 हजार बच्चों को खुराक दी जाएगी। बिलासपुर जिले में 275 बूथों पर 29 हजार बच्चों का लक्ष्य है।
हमीरपुर जिले में 282 बूथों पर 28 हजार बच्चों को दवा मिलेगी। ऊना जिले में 364 बूथों पर 35 हजार बच्चों का लक्ष्य है। किन्नौर जिले में 100 बूथों पर 5500 बच्चों को खुराक दी जाएगी। लाहौल-स्पीति में 50 बूथों पर 2500 बच्चों का लक्ष्य है।
घर-घर जाकर स्वास्थ्य कर्मी पहुंचाएंगे दवा
स्वास्थ्य विभाग नेविशेष व्यवस्था भी की है। झुग्गी-झोपड़ी और निर्माण स्थलों पर काम करने वालों के बच्चों तक दवा पहुंचेगी। स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर इन बच्चों को खुराक देंगे। इससे कोई भी बच्चा इस अभियान से वंचित नहीं रहेगा।
पहले दिन बूथों पर दवा पिलाई जाएगी। अगले दो दिनों तक स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाएंगे। वे उन बच्चों को ढूंढेंगे जो बूथ पर नहीं पहुंच पाए। इस तरह सौ प्रतिशत बच्चों तक दवा पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा।
डॉक्टर रविंद्र कुमार ने बताया कि सभी जिलों में दवा और अन्य संसाधन पहुंचा दिए गए हैं। प्रशासनिक अधिकारी भी इस अभियान पर नजर रख रहे हैं। उनका कहना है कि यह अभियान पूरी तरह सफल होगा। हिमाचल प्रदेश पिछले कई वर्षों से पोलियो मुक्त है।
इस सफलता को बनाए रखने के लिए यह अभियान नियमित रूप से चलाया जाता है। बच्चों को पोलियो की दो बूंदें पिलाना बेहद जरूरी है। यह दवा उन्हें इस गंभीर बीमारी से सुरक्षा प्रदान करती है। इसलिए सभी अभिभावकों को सहयोग देना चाहिए।
