Shimla News: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन से भारी तबाही हुई है। राज्य में अब तक 394 लोगों की मौत हो चुकी है और 4467 करोड़ रुपये का नुकसान आंका गया है। कांगड़ा, बिलासपुर, हमीरपुर और चंबा जिलों में शनिवार को फिर भारी वर्षा दर्ज की गई।
बिलासपुर की उपतहसील नम्होल के गुतराहण गांव में बादल फटने से दो गाड़ियां मलबे में फंस गईं। छह लोगों के खेतों में मलबा भर गया। मंडी जिले के धर्मपुर में पहाड़ी दरकने से 39 परिवारों को अपने घर छोड़ने पड़े। आठ घरों में मलबा घुस गया है।
राजमार्ग और सड़कें बंद
प्रदेश में तीन राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 558 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं। 237 ट्रांसफार्मर और 317 पेयजल योजनाएं अभी भी ठप पड़ी हैं। कुल्लू-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग की बहाली का काम चल रहा है। एनएचएआई ने तीन से चार दिन में सड़क बहाल करने का लक्ष्य रखा है।
विभिन्न जिलों में हालात
कुल्लू जिले के दुआडा में ब्यास नदी में एक व्यक्ति बह गया। उसका अभी तक पता नहीं चल पाया है। चंबा के भटियात में वर्षा और भूस्खलन से भारी नुकसान हुआ। कुमलाड़ी गांव में एक मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गया। घटासनी के मामला गांव में दो मकान और दो पशुशालाएं ढह गईं।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने 14 सितंबर शाम तक प्रदेश में भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। 15 सितंबर से कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा होने की संभावना है। अधिकतर स्थानों पर धूप खिलने का अनुमान है। इससे लोगों को भारी वर्षा से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।
