Shimla News: हिमाचल प्रदेश सरकार ने शिक्षा विभाग में 235 टीजीटी और प्रवक्ताओं को पदोन्नत कर दिया है। ये सभी शिक्षक अब मुख्य अध्यापक (Headmaster) बन गए हैं। स्कूल शिक्षा निदेशालय ने बुधवार को इस संबंध में आधिकारिक अधिसूचना जारी कर दी है। पदोन्नति पाने वाले सभी मुख्य अध्यापकों को नए स्कूलों में तैनाती भी दे दी गई है।
किन शिक्षकों को मिला पदोन्नति का लाभ?
विभागीय पदोन्नति समिति की सिफारिश पर यह अहम फैसला लिया गया है। इसमें उन टीजीटी और प्रवक्ताओं को शामिल किया गया है जो 26 अप्रैल 2010 से पहले बिना किसी विकल्प के प्रमोट हुए थे। इन शिक्षकों ने विशेष रूप से हेडमास्टर के पद पर पदोन्नति का विकल्प चुना था। अब हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग ने उन्हें यह जिम्मेदारी सौंप दी है।
जॉइनिंग के लिए तय की गई समय सीमा
निदेशालय ने नवनियुक्त मुख्य अध्यापकों को अपनी नई पोस्टिंग वाली जगह पर तुरंत ड्यूटी जॉइन करने का निर्देश दिया है। वित्त विभाग की अधिसूचना के अनुसार जॉइनिंग का समय इस प्रकार रहेगा:
- 30 किलोमीटर या उससे कम दूरी: आदेश जारी होने के एक दिन के भीतर जॉइन करना होगा।
- 30 किलोमीटर से ज्यादा दूरी: पांच दिनों के भीतर जॉइनिंग रिपोर्ट जमा करनी होगी।
लापरवाही पर वापस होगा प्रमोशन
विभाग ने स्पष्ट किया है कि जॉइनिंग के लिए समय सीमा (Extension) नहीं बढ़ाई जाएगी। अगर कोई शिक्षक तय समय में जॉइन नहीं करता है, तो उसका प्रमोशन आदेश अपने आप वापस ले लिया जाएगा। यह रोक एक साल या अगली डीपीसी (जो भी बाद में हो) तक लागू रहेगी। इसके लिए अलग से कोई आदेश जारी नहीं होगा। स्कूल प्रमुखों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे नए बने हेडमास्टरों को तुरंत रिलीव करें।
