Shimla News: सुपर स्पेशलिटी अस्पताल चमियाणा में प्रदेश की पहली रोबोटिक सर्जरी सेवा शुरू हो गई है। पिछले एक महीने में यहां 18 मरीजों की सफल सर्जरी की जा चुकी है। सभी मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट गए हैं। अस्पताल प्रशासन ने इस सेवा के लिए तीस हजार रुपये की फीस निर्धारित की है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ग्यारह अगस्त को इस सेवा का शुभारंभ किया था। अब तक सभी सर्जरी यूरोलॉजी विभाग के मरीजों पर की गई हैं। इनमें प्रोस्टेट कैंसर और किडनी ट्यूमर के मरीज शामिल हैं। चमियाणा के बाद अब टांडा मेडिकल कॉलेज में भी यह सुविधा शुरू हो गई है।
मरीजों को मिल रहा है लाभ
इस सुविधा के शुरू होने से हिमाचल के मरीजों को अब प्रदेश से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। पहले मरीजों को रोबोटिक सर्जरी के लिए दूसरे राज्यों में जाना पड़ता था। वहां डेढ लाख से दस लाख रुपये तक का खर्च आता था। अब मरीजों को केवल तीस हजार रुपये में यह सुविधा मिल रही है।
अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर सुधीर शर्मा ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी से मरीजों को त्वरित उपचार मिल रहा है। समय की भी बचत हो रही है। सर्जरी के बाद मरीज जल्दी स्वस्थ हो रहे हैं। अब तक की गई सभी सर्जरी सफल रही हैं।
डॉक्टरों को दिया जा रहा प्रशिक्षण
रोबोटिक सर्जरी करने से पहले डॉक्टरों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है। डॉक्टरों को एक महीने का प्रशिक्षण पूरा करना होता है। प्रशिक्षण पूरा होने पर उन्हें प्रमाणपत्र दिया जाता है। इसके बाद ही उन्हें रोबोटिक सर्जरी करने की अनुमति मिलती है।
अस्पताल प्रबंधन के अनुसार जल्द ही अन्य विभागों में भी यह सुविधा शुरू की जाएगी। इससे और अधिक मरीजों को लाभ मिलेगा। राज्य के स्वास्थ्य ढांचे में यह एक बड़ा सुधार माना जा रहा है।
