Shimla News: हिमाचल प्रदेश सरकार की हिम उन्नति योजना के तहत शिमला जिले में 16 हिम कृषि कलस्टरों का चयन किया गया है। उपायुक्त अनुपम कश्यप ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इन कलस्टरों में 1313 बीघा भूमि शामिल है। इससे जिले के 576 किसानों को फायदा होगा। इस योजना का लक्ष्य किसानों की आय बढ़ाना और कृषि क्षेत्र को मजबूत करना है।
उपायुक्त ने जिला स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि पूरे शिमला जिले में कुल 137 कलस्टर बनाए जाएंगे। चयनित सोलह कलस्टरों में टूटू के बलोह, मशोबरा के बगठल और दमेची जैसे इलाके शामिल हैं। बसंतपुर, ठियोग, नारकंडा, रामपुर, जुब्बल-कोटखाई, रोहड़ू और चौपाल-कुपवी के गांव भी इसमें आते हैं।
हिम उन्नति योजना का क्रियान्वयन
हिम उन्नति योजना की घोषणा मुख्यमंत्री ने अप्रैल 2023 के बजट में की थी। यह योजना कृषि और इससे जुड़े क्षेत्रों के विकास पर केंद्रित है। राज्य सरकार ने इसके लिए 25 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया है। पूरे प्रदेश में 2600 कलस्टर स्थापित किए जाएंगे। इनसे लगभग 50,000 किसान सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे।
योजना के तहत किसानों की समस्याओं का निवारण किया जाएगा। आधारभूत ढांचे को मजबूत बनाया जाएगा। किसानों को हर स्तर पर सहयोग दिया जाएगा। इस पहल से कृषि क्षेत्र में एक नई क्रांति आने की उम्मीद है। बैठक में कृषि और पशुपालन विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे।
किसानों को मिलेगा व्यापक सहयोग
किसानों और वैज्ञानिकों के बीच संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। किसानों के लिए एक्स पोजर विजिट का प्रबंध किया जाएगा। उन्हें फसल प्रबंधन के बारे में बेहतर मार्गदर्शन मिलेगा। पशुपालकों को उन्नत नस्लों की जानकारी दी जाएगी। बागवानों को अच्छी गुणवत्ता वाली पौध सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।
प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने पर विशेष जोर दिया जाएगा। किसानों को प्राकृतिक खेती के गुर सिखाने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस पूरी पहल का मुख्य लक्ष्य किसानों की आय को दोगुना करना है। सरकार का मानना है कि इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
