Himachal News: देवभूमि में अपराध का ग्राफ बढ़ा है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विधानसभा में चौंकाने वाले आंकड़े रखे हैं। राज्य में पिछले तीन वर्षों में 1011 बलात्कार के मामले दर्ज हुए हैं। इसी अवधि में 248 हत्याएं भी हुई हैं। कुल मिलाकर हिमाचल प्रदेश में गंभीर अपराध के 1462 मामले सामने आए हैं। इसमें आत्महत्या के भी 203 केस शामिल हैं।
अपराध के डराने वाले आंकड़े
सीएम सुक्खू ने बंजार विधायक सुरेंद्र शौरी के सवाल का जवाब दिया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने 1313 मामलों की जांच पूरी कर ली है। अभी 149 केसों में पड़ताल जारी है। इनमें से एक मामले की जांच सीबीआई कर रही है। यह मामला किन्नौर निवासी किरण नेगी की शिकायत पर दर्ज हुआ था। विमल नेगी का शव भाखड़ा बांध में मिला था। हाई कोर्ट के आदेश पर अब सीबीआई इसकी जांच कर रही है।
आपदा राहत और मुआवजा
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने भी सदन में जानकारी दी। प्राकृतिक आपदाओं से राज्य में कुल 4468 मौतें हुई हैं। सरकार ने 4112 परिवारों को राहत राशि बांट दी है। अभी भी 356 मामले लंबित चल रहे हैं। मंत्री ने बताया कि कुछ कागजी कार्रवाई बाकी है। इसे जल्द पूरा करके पीड़ितों को मदद दी जाएगी।
किताबों और बिलों का भुगतान
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने सदन को बताया कि तीन साल में एक अरब 20 करोड़ के मेडिकल बिल चुकाए गए। यह राशि शिक्षा विभाग के कर्मियों और पेंशनरों को मिली है। वहीं, मुफ्त किताबों की छपाई का पैसा अभी फंसा है। शिक्षा बोर्ड का करीब 56 करोड़ रुपये बकाया है। बजट आते ही नियमों के तहत इसका भुगतान होगा।
स्टोन क्रशर से करोड़ों की कमाई
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने इंदौरा क्षेत्र का ब्यौरा दिया। वहां 34 स्टोन क्रशर काम कर रहे हैं। इससे हिमाचल प्रदेश सरकार को पिछले तीन साल में करीब आठ करोड़ की कमाई हुई। मंत्री ने सीमा विवाद का भी जिक्र किया। पंजाब के लोग हिमाचल क्षेत्र में खनन करते हैं। इस पर पंजाब सरकार को पत्र लिखा गया है।
सदन में विपक्ष का हंगामा
विधानसभा के शीतकालीन सत्र में तीसरे दिन भी खूब हंगामा हुआ। विपक्ष ने राजस्व मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की। विधायक वेल तक पहुंच गए। इसके बावजूद प्रश्नकाल नहीं रुका। विधायकों के सवालों के जवाब लिखित और मौखिक रूप से दिए गए।
