Himachal News: हिमाचल प्रदेश में बधाणी पंचायत के प्रधान विनोद कुमार ने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने यह इस्तीफा बीडीओ टौणीदेवी विशाली शर्मा को भेजा है। इस्तीफे की वजह उन्होंने अपने परिवार की परिस्थितियों को बताया है। यह कदम पंचायत चुनाव से पहले उठाया गया है।
प्रधान विनोद कुमार ने माना कि उन्होंने पारिवारिक परिस्थितियों के कारण इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा कि उन्हें अभी तक इस्तीफा मंजूर होने की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने अनियमितताओं के आरोपों को पूरी तरह से खारिज किया है।
ग्रामीणों ने लगाए थे गंभीर आरोप
बधाणी पंचायत के ग्रामीणों ने प्रधान के खिलाफ कई आरोप लगाए थे। उन्होंने बीडीओ टौणीदेवी को एक अपील दी थी। इस अपील में प्रधान के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की गई थी। ग्रामीणों ने उनके तत्काल निलंबन की भी मांग रखी थी।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी थी कि यदि कार्रवाई नहीं हुई तो वे हाईकोर्ट जाएंगे। उनके अनुसार एक माह बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। शिकायतकर्ताओं को कोई सूचना भी नहीं दी गई। इससे ग्रामीणों में असंतोष था।
बीडीओ ने भेजा जिला पंचायत अधिकारी को
विकास खंड अधिकारी टौणी देवी विशाली शर्मा ने स्थिति की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि प्रधान के खिलाफ शिकायतों की जांच चल रही है। प्रधान विनोद कुमार ने स्वेच्छा से इस्तीफा दे दिया है। बीडीओ ने स्पष्ट किया कि वह न तो इस्तीफा मंजूर कर सकती हैं और न ही अस्वीकार।
उन्होंने इसे आगामी कार्रवाई के लिए जिला पंचायत अधिकारी को भेज दिया है। प्रधान पर लगे सभी आरोपों की जांच की जा रही है। उचित प्रक्रिया के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। मामला अभी निर्णयाधीन है।
प्रधान ने आरोपों को किया खारिज
विनोद कुमार ने सभी आरोपों को पूरी तरह से खारिज किया है। उन्होंने कहा कि यह भ्रांति सही नहीं है कि उन्होंने अनियमितताओं के कारण इस्तीफा दिया। उनका दावा है कि सभी कार्य नियमों के अनुसार पूरे किए गए। उन्होंने पारिवारिक कारणों को इस्तीफे की वजह बताई।
प्रधान ने कहा कि उन्हें अभी तक इस्तीफे की मंजूरी की कोई सूचना नहीं मिली है। वह प्रशासनिक प्रक्रिया का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह कानूनी प्रक्रिया में पूरा सहयोग देंगे। सच्चाई सामने आने में देर नहीं लगेगी।
पंचायती राज एक्ट के तहत मांगी गई थी कार्रवाई
ग्रामीणों ने पंचायती राज एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि निर्माण कार्यों में गड़बड़ी हुई है। रिकॉर्ड में छेड़छाड़ की आशंका जताई गई थी। इसीलिए तत्काल निलंबन की मांग की गई थी।
मामला अब जिला स्तर पर पहुंच गया है। जिला पंचायत अधिकारी से उचित कार्रवाई की उम्मीद है। ग्रामीणों को न्याय मिलने की आशा है। पारदर्शी जांच से ही सच्चाई सामने आ सकेगी।
