Himachal News: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में नशा विरोधी अभियान ने एक नया मोड़ ले लिया है। यहाँ ‘चिट्टे’ (ड्रग्स) के शक में युवकों को पकड़ना महिला मंडल को भारी पड़ गया। महिलाओं ने कुछ युवकों को रोका और उनकी पिटाई कर दी। लेकिन पुलिस जांच में युवकों के पास कोई नशीला पदार्थ नहीं मिला। अब पुलिस ने उल्टा महिलाओं के खिलाफ ही केस दर्ज कर लिया है। यह मामला पूरे Himachal News में चर्चा का विषय बना हुआ है।
क्या है 22 दिसंबर की रात का सच?
बिलासपुर के एसपी संदीप धवल ने इस घटना की पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह घटना 22 दिसंबर की रात लंघट क्षेत्र में हुई। महिला मंडल के सदस्यों ने तीन युवकों को संदिग्ध मानकर रोक लिया था। सूचना मिलते ही बरमाणा पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने मौके पर ही युवकों की तलाशी ली। जांच में युवकों के पास से कोई भी नशीला पदार्थ बरामद नहीं हुआ। इस दौरान कानूनी दस्तावेज भी तैयार किए गए।
वायरल वीडियो ने बदला पूरा खेल
तुलसी पकड़ने के बाद महिलाओं ने इसका वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दिया। इसके बाद तीनों युवक अपने परिवार के साथ थाने पहुंच गए। उन्होंने शिकायत दर्ज करवाई कि पुलिस के आने से पहले महिलाओं ने उनके साथ मारपीट की। वीडियो वायरल होने से उनकी सामाजिक छवि खराब हुई है। Himachal News में इस वीडियो के वायरल होते ही पुलिस ने एक्शन लिया। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
कानून हाथ में न लें: एसपी की अपील
एसपी संदीप धवल ने स्थिति को स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा कि महिला मंडल समाज को जागरूक कर रहे हैं, जो अच्छी बात है। जनता का सहयोग पुलिस का मनोबल बढ़ाता है। लेकिन उन्होंने सख्त हिदायत भी दी है। एसपी ने अपील की कि यदि किसी पर ‘चिट्टे’ का शक हो तो तुरंत पुलिस को बताएं। कानून को अपने हाथ में न लें और मारपीट से बचें। पुलिस को अपना काम करने दें।
