Himachal News: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में गुरुवार सुबह हुई मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को झकझोर कर रख दिया। जिला मुख्यालय के वार्ड एक की फ्रेंड्स कालोनी में बरसाती पानी ने घरों में घुसकर भारी नुकसान पहुंचाया। इससे नाराज लोगों ने चंडीगढ़-धर्मशाला हाइवे पर ट्रैक्टर ट्रॉली खड़ी कर विरोध प्रदर्शन किया।
हाइवे पर डेढ़ घंटे तक जाम की स्थिति
प्रदर्शनकारियों ने हाइवे के बीचोंबीच रस्सा बांधकर यातायात पूरी तरह ठप कर दिया। इसके चलते वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। करीब डेढ़ घंटे तक यातायात प्रभावित रहा। स्थानीय निवासियों का कहना है कि बारिश के दौरान उनके घरों में पानी भर जाता है, जिससे लाखों रुपये का नुकसान हो चुका है।
प्रशासन और प्रदर्शनकारियों के बीच तनाव
मामले की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्रदर्शनकारियों से बातचीत के दौरान तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई। लोगों ने मौखिक आश्वासनों से संतुष्ट होने से इनकार कर दिया और समस्या के स्थायी समाधान की लिखित गारंटी मांगी। अंततः प्रशासन को हल्के बल प्रयोग से हाइवे साफ करना पड़ा।
स्थानीय निवासियों ने लगाए गंभीर आरोप
स्थानीय निवासी के.सी. चावला ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, “डीसी सात दिन से सोए हुए हैं। हमारे घरों में लगातार पानी भर रहा है।” उन्होंने आगे कहा कि पिछले कई वर्षों से सिर्फ आश्वासन दिए जा रहे हैं, लेकिन ठोस कार्रवाई नहीं हुई। एक अन्य निवासी ने बताया, “हमारे घरों में सात दिन से खाना नहीं बन पा रहा है। हम टैक्स देते हैं लेकिन प्रशासन नींद में है।”
प्रशासन का बयान, कोर्ट में चल रहा मामला
मौके पर पहुंचे नगर निगम आयुक्त एवं एडीसी महेंद्र पाल गुर्जर ने बताया कि भारी बारिश के कारण जलभराव की समस्या उत्पन्न हुई है। उन्होंने कहा, “बरसाती पानी के निकास मार्ग में रुकावट आई है। इस संबंध में पुल को लेकर न्यायालय में मामला विचाराधीन है।” गुर्जर ने आश्वासन दिया कि समस्या के समाधान के लिए शीघ्र ही कदम उठाए जाएंगे।
इस घटना के बाद प्रशासन ने क्षेत्र में जल निकासी व्यवस्था की समीक्षा करने का निर्णय लिया है। हालांकि, स्थानीय निवासी अब तक केवल आश्वासनों से ही संतुष्ट हैं, जबकि उन्हें ठोस समाधान की उम्मीद है।
