Himachal News: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में शनिवार को बड़ा कार्यक्रम आयोजित हुआ। सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने अपना 62वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। यह समारोह ज्वालामुखी स्थित सपड़ी प्रशिक्षण केंद्र में हुआ। केंद्रीय गृह मंत्री Amit Shah को इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होना था। लेकिन खराब मौसम और घने कोहरे के कारण Amit Shah का दौरा ऐन वक्त पर रद्द हो गया। उनकी गैरमौजूदगी में एसएसबी महानिदेशक संजय सिंघल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
परेड और सांस्कृतिक रंगों ने मोहा मन
समारोह में भव्य परेड का आयोजन किया गया। इसका नेतृत्व 2006 बैच के कमांडैंट संजीव कुमार ने किया। उनके साथ सहायक कमांडैंट नैंसी सिंगला भी परेड में शामिल रहीं। परेड के बाद भारत की विविधता भी देखने को मिली। जवानों ने हिमाचली नाटी और उत्तराखंड का छोलिया नृत्य प्रस्तुत किया। नेपाल सीमा की संस्कृति दिखाते थारू नृत्य ने सबका दिल जीत लिया। महानिदेशक ने इस मौके पर कई नई परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया।
शहीद की पत्नी को मिला सम्मान
स्थापना दिवस पर 59 अधिकारियों और जवानों को सम्मानित किया गया। इन्हें वीरता पदक और राष्ट्रपति पुलिस पदक से नवाजा गया। समारोह में एक पल बेहद भावुक कर देने वाला था। शहीद मुख्य आरक्षी रवि शर्मा की पत्नी रजनी शर्मा को वीरता पदक सौंपा गया। उनकी शहादत को नमन करते हुए पूरा पंडाल तालियों से गूंज उठा। महानिदेशक ने एक विशेष स्मारिका का भी विमोचन किया।
Amit Shah ने भेजा संदेश
भले ही केंद्रीय मंत्री Amit Shah और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कार्यक्रम में नहीं पहुंच सके, लेकिन उनके संदेश वहां पहुंचे। Amit Shah ने सोशल मीडिया पर जवानों को बधाई दी। उन्होंने लिखा कि एसएसबी ने हमेशा देश को गौरवान्वित किया है। वे संकट के समय नागरिकों के साथ खड़े रहते हैं। उन्होंने सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीदों को सलाम किया।
