Himachal News: हिमाचल प्रदेश सरकार ने विधायक क्षेत्र विकास निधि की दूसरी किस्त जारी कर दी है। यह राशि विधायकों को उनके क्षेत्रों में विकास कार्यों और आपदा राहत के लिए समय पर उपलब्ध कराई गई है। सरकार ने इस बार समय पर राशि जारी करने का फैसला लिया, ताकि पिछली बार की तरह विवाद न हो। सभी विधायकों ने पिछले खर्च का उपयोगिता प्रमाणपत्र (यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट) जिलाधीशों के जरिए भेज दिया है। इसके बाद योजना विभाग ने यह राशि स्वीकृत की।
विधायक निधि की राशि और उपयोग
प्रत्येक विधायक को इस निधि के तहत सालाना दो करोड़ 10 लाख रुपये मिलते हैं। यह राशि चार किस्तों में दी जाती है। इस साल बजट में सरकार ने इस राशि में मामूली बढ़ोतरी की है। प्रत्येक किस्त 52 लाख 50 हजार रुपये की होती है। विधायक इस राशि का उपयोग क्षेत्र में सड़क, पानी, बिजली जैसे विकास कार्यों के लिए करते हैं। इसके अलावा, आपदा प्रभावित क्षेत्रों में छोटे-मोटे राहत कार्यों के लिए भी यह राशि काम आती है।
समय पर राशि जारी करने का निर्देश
मुख्यमंत्री ने योजना और वित्त विभाग को समय पर राशि जारी करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद वित्त विभाग ने जिलाधीशों के माध्यम से सभी विधायकों को यह राशि हस्तांतरित कर दी। पिछली बार विपक्षी विधायकों ने देरी से राशि मिलने पर आपत्ति जताई थी। इस बार सरकार ने इस बात का ध्यान रखा और समय पर राशि जारी की।
आपदा राहत में सहायता
हिमाचल प्रदेश में इस साल आपदा ने कई क्षेत्रों में भारी नुकसान पहुंचाया है, खासकर मंडी जिले में। विधायक क्षेत्र विकास निधि से विधायक छोटे-छोटे राहत कार्यों में मदद कर सकते हैं। हालांकि, मंडी जैसे प्रभावित क्षेत्रों के लिए बड़े पैमाने पर राहत के लिए राज्य सरकार विशेष पैकेज तैयार कर रही है। इसके लिए केंद्र सरकार से भी सहायता की उम्मीद है।
ऐच्छिक निधि का भी प्रावधान
विधायक क्षेत्र विकास निधि के अलावा, विधायकों को ऐच्छिक निधि भी दी जाती है। इस निधि से वे व्यक्तिगत स्तर पर जरूरतमंद लोगों की मदद करते हैं। हर साल विधायक इस निधि में बढ़ोतरी की मांग करते हैं, जिस पर सरकार थोड़ा-थोड़ा इजाफा करती है। यह राशि चार किस्तों में अप्रैल से शुरू होकर साल भर में दी जाती है।
