Himachal News: हिमाचल प्रदेश के चंबा मेडिकल कॉलेज में रैगिंग के मामले ने तूल पकड़ लिया है। यहां एंटी रैगिंग कमेटी ने अपनी जांच पूरी कर लिया है। कमेटी ने आरोपी छात्र को 15 दिनों के लिए कॉलेज से निकालने (सस्पेंड) की सिफारिश की है। जांच रिपोर्ट आज कॉलेज के प्राचार्य को सौंपी जाएगी। यह मामला अब हिमाचल न्यूज की सुर्खियों में बना हुआ है। कमेटी ने माहौल को शांत रखने के लिए यह सख्त कदम उठाया है।
3 दिन तक चली लंबी पूछताछ
इस हाई-प्रोफाइल मामले की जांच के लिए 20 सदस्यों की एक कमेटी बनाई गई थी। कमेटी ने लगातार तीन दिनों तक मामले की गहन जांच की। इस दौरान आरोपी और अन्य छात्रों से हर रोज करीब 5-5 घंटे पूछताछ हुई। शुक्रवार को रिपोर्ट तैयार हो गई थी, लेकिन कुछ सदस्यों के हस्ताक्षर बाकी थे। शनिवार को रिपोर्ट औपचारिक रूप से प्रिंसिपल को दी जाएगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई तय होगी।
शिकायतकर्ता छात्र पर भी होगी कार्रवाई
जांच में एक नया मोड़ आया है। कमेटी ने शिकायत करने वाले छात्र के खिलाफ भी कार्रवाई की बात कही है। उस पर आरोप है कि उसने बाहरी तत्वों की मदद से दूसरों को डराया-धमकाया। इस मामले को अब कॉलेज की अनुशासन समिति (Discipline Committee) को सौंपा जाएगा। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि दोनों पक्षों की भूमिका की निष्पक्ष जांच हो सके। यह हिमाचल न्यूज के पाठकों के लिए एक बड़ा अपडेट है।
पुलिस से की सुरक्षा की मांग
मामला सिर्फ कॉलेज तक सीमित नहीं रहा है। आरोपी छात्र ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उसने अपनी जान को खतरा बताया है। कमेटी ने पुलिस को इस शिकायत पर आगे की कार्रवाई करने की सिफारिश की है। दरअसल, सोलन जिले के एक प्रथम वर्ष के एमबीबीएस छात्र ने सीनियर छात्रों पर मानसिक दबाव बनाने का आरोप लगाया था। इसके बाद मंगलवार को कॉलेज परिसर में नारेबाजी भी हुई थी।
पारदर्शिता से पूरी हुई जांच
कॉलेज के मीडिया को-ऑर्डीनेटर डॉ. मानिक सहगल ने स्थिति स्पष्ट की है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच पूरी पारदर्शिता और गंभीरता से की गई है। रिपोर्ट प्राचार्य को सौंपने के बाद नियमों के अनुसार एक्शन लिया जाएगा। इस घटना ने पूरे हिमाचल न्यूज जगत में मेडिकल कॉलेजों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
