Shimla News: Himachal News की सुर्खियों में छाए आईजीएमसी (IGMC) थप्पड़ कांड ने अब नया मोड़ ले लिया है। मारपीट के आरोपी डॉक्टर राघव निरुला खुद अस्पताल में भर्ती हो गए हैं। डॉक्टर का दावा है कि मरीज के साथ हाथापाई में उनका हाथ टूट गया है। उन्होंने पहली बार एक वीडियो संदेश जारी कर अपनी सफाई दी है। डॉक्टर का कहना है कि वायरल वीडियो में सिर्फ आधा सच दिख रहा है। उन्होंने मरीज पर गालियां देने और जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया है।
डॉक्टर ने बताया उस दिन क्या हुआ था
डॉक्टर राघव ने बताया कि यह घटना 22 दिसंबर की दोपहर की है। उनके पास अर्जुन नाम का एक मरीज आया था। डॉक्टर उसकी रिपोर्ट देख रहे थे। डॉक्टर ने मरीज से बस इतना पूछा, “भाई तू देखा-देखा लग रहा है, क्या तू पहले भी यहां दाखिल था?” डॉक्टर का दावा है कि इसी बात पर मरीज भड़क गया। वह जोर-जोर से चिल्लाने लगा।
‘मेरे मां-बाप को दी गालियां’
आरोपी डॉक्टर ने वीडियो में कहा कि मरीज ने तुरंत अपशब्द बोलना शुरू कर दिया। उसने डॉक्टर के परिवार और मां को गालियां दीं। राघव निरुला ने कहा, “मैं पिछले 8 साल से नौकरी कर रहा हूं। मैंने अब तक हजारों मरीज देखे हैं। कोई डॉक्टर बिना वजह मरीज से क्यों उलझेगा?” उन्होंने कहा कि अगर मैंने कोई बदतमीजी की होती, तो मैं अपनी गलती मान लेता। लेकिन मैंने उसे बहुत आराम से समझाने की कोशिश की थी।
IV स्टैंड से मारने की कोशिश
डॉक्टर का आरोप है कि मरीज ने बात सुनने के बजाय उन्हें धक्का दे दिया। उसने पास रखा आईवी (IV) स्टैंड उठाकर मारने की कोशिश की। डॉक्टर ने बताया कि इस हमले में उनके हाथ में फ्रैक्चर हो गया है। धक्का लगने से उनकी पीठ में भी काफी दर्द है। उन्होंने कहा कि घटना के बाद भीड़ ने वार्ड में तोड़फोड़ की और डर का माहौल बना दिया। उन्हें इलाज के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा।
सीएम ने मांगी जांच रिपोर्ट
इस मामले में पुलिस ने डॉक्टर राघव और अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। Himachal News में यह मुद्दा गरमाया हुआ है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने घटना की जांच रिपोर्ट तलब की है। दूसरी तरफ, मरीज के परिजनों ने एसपी शिमला और स्वास्थ्य मंत्री धनी राम शांडिल से मुलाकात की है। पीड़ित परिवार आरोपी डॉक्टर पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है।
