Mandi News: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में एक निजी सहकारी सभा की बड़ी धोखाधड़ी सामने आई है। संधोल और मंडप शाखाओं में निवेशकों के लाखों रुपये फंस गए हैं। सभा ने एक ग्राहक के करीब 28 लाख और दूसरे के 72 हजार रुपये नहीं लौटाए हैं। अपनी ही जमा पूंजी न मिलने से निवेशकों में हड़कंप मच गया है। विभाग ने शिकायतों के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है।
28 लाख रुपये के लिए चक्कर काट रहा निवेशक
Himachal Pradesh News में यह मामला काफी चर्चा में है। संधोल शाखा के ग्राहक नितिन ने 17 जुलाई 2023 को साढ़े 12-12 लाख रुपये की दो एफडी (FD) करवाई थीं।
- इन पर 7.5 प्रतिशत का ब्याज मिलना था।
- कुल मैच्योरिटी राशि 27 लाख 94 हजार रुपये बन रही थी।
- यह पैसा 17 जुलाई 2024 को मिलना था।
नितिन जब पैसे लेने शाखा पहुंचे, तो अधिकारियों ने तकनीकी खराबी का बहाना बना दिया। उन्होंने 2-3 महीने में भुगतान की बात कही। लेकिन आज तक नितिन को उनका पैसा नहीं मिला है।
शादी के लिए लेना पड़ा कर्ज
धोखाधड़ी का दूसरा मामला मंडप शाखा का है। यहां टेक चंद नामक ग्राहक ने 72 हजार रुपये जमा किए थे। यह पैसा उन्हें जून 2025 में मिलना था। टेक चंद की नवंबर महीने में शादी थी। पैसा न मिलने के कारण उन्हें अपनी शादी के लिए बाहर से कर्ज लेना पड़ा। इस घटना से अन्य निवेशकों की भी नींद उड़ गई है।
चेक बाउंस हुए, रसूख के दम पर दबी फाइलें
नितिन का आरोप है कि सभा के मालिक ने जून महीने में उन्हें 5 चेक दिए थे। लेकिन बैंक में लगाने पर वे सभी चेक बाउंस हो गए। पीड़ित का कहना है कि:
- सभा का मालिक एक प्रभावशाली व्यक्ति है।
- अधिकारी उसके दबाव में कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
- उप पंजीयक को शिकायत करने पर भी मामला दबाने की कोशिश हो रही है।
शाखा की सहायक प्रबंधक अनीता ने भी पैसे लौटाने के लिए पत्र लिखा था, लेकिन मुख्यालय ने उसे अनसुना कर दिया।
सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत, ऑडिट शुरू
मामला बढ़ने पर अब प्रशासन हरकत में आया है। जिला अंकेक्षण अधिकारी ओम चंद वर्मा ने बताया कि सीएम हेल्पलाइन 1100 पर कई शिकायतें मिली हैं।
- सभा का ऑडिट शुरू कर दिया गया है।
- एक सप्ताह में ऑडिट पूरा हो जाएगा।
- रिपोर्ट आने के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।
