Kullu News: हिमाचल प्रदेश की मणिकर्ण घाटी में बीती रात एक दर्दनाक हादसा पेश आया। यहां शांत ढडेई गांव में अचानक भीषण आग लग गई। मध्यरात्रि में भड़की इस आग ने पूरे इलाके को दहला दिया। जान बचाने के लिए लोग अपने घरों से बाहर की ओर भागे। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। इस अग्निकांड में दो रिहायशी मकान और देवता की प्राचीन सराय जलकर खाक हो गई है।
करोड़ों की संपत्ति का नुकसान
घटना के समय आग की लपटें काफी तेज थीं। स्थानीय लोगों ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया। ग्रामीणों ने मिट्टी और पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया। आग इतनी भयानक थी कि शुरुआती कोशिशें नाकाम रहीं। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की गाड़ियां मणिकर्ण से घटनास्थल के लिए रवाना हुईं। दमकल कर्मियों ने ग्रामीणों के सहयोग से कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि, तब तक करोड़ों रुपये की संपत्ति जल चुकी थी।
प्राचीन मंदिर सराय और भंडार नष्ट
इस विनाशकारी घटना में धार्मिक धरोहर को भी भारी क्षति पहुंची है। आग ने दो घरों के साथ-साथ देवता ‘अठारह पेड़े’ से संबंधित प्राचीन मंदिर सराय को अपनी चपेट में ले लिया। सराय के अंदर रखा देवता का महत्वपूर्ण भंडार पूरी तरह नष्ट हो गया है। इस दैवीय क्षति से देवता के सेवक (देवलु) और स्थानीय निवासी गहरे सदमे में हैं। पूरा गांव इस घटना से सहम गया है।
प्रशासन ने शुरू किया नुकसान का आकलन
घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंच गया। राजस्व विभाग की टीम ने नुकसान का जायजा लेना शुरू कर दिया है। प्रभावित परिवारों ने राज्य सरकार और जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। ग्रामीणों ने पीड़ितों के लिए तत्काल राहत पैकेज और पुनर्वास सहायता की मांग की है। प्रशासन जल्द से जल्द प्रभावितों तक सहायता पहुंचाने का प्रयास कर रहा है।
