धर्मशाला. हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त है. लगातार बारिश से लोगों की परेशानी बड़ी है. खासकर कांगड़ा जिले में बारिश का कहर देखने को मिला है. यहां पर बीते 12 घंटे में 218 एमएम बरसात हुई है. इसके अलावा, धर्मशाला में भी बारिश का कहर देखा जा रहा है. यहां पर चंडीगढ़ धर्मशाला हाईवे लैंडस्लाइड के चलते बंद हो गया है और इसकी बहाली के प्रयास जारी हैं.
उधर, धर्मशाला से मैक्लोडगंज जाने वाला खड़ा डंडा रोड भारी बारिश की चपेट में आ गया है. ये वनवे उस तरफ से क्षतिग्रस्त हुआ है, जहां से सीधे दलाईलामा टेम्पल के लिये सम्पर्क मार्ग है. इस सम्पर्क मार्ग के टूट जाने से जहां वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई है.
वहीं पैदल यात्रियों पर भी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. इतना ही नहीं, इस रोड के टूटने के बाद जो मलबा गिरा है, उसकी चपेट में कुछ लोगों के रिहायशी मकान और वाहन भी आये हैं. स्थानीय लोगों का आक्रोश है कि इतना बड़ा हादसा हो गया है, मगर अभी तक स्थानीय प्रशासन ने उनकी सुध नहीं ली है.
कांगड़ा-धर्मशाला में सबसे अधिक बारिश
हिमाचल में मौसम विभाग ने तीन दिन के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. इस दौरान 19 और 20 अगस्त तक भारी बारिश होने का अंदेशा जताया गया है. इसके चलते हिमाचल भर में भारी बारिश हो रही है. हालांकि, कांगड़ा और धर्मशाला में बहुत ज्यादा पानी बरसा है. कांगड़ा में 218 एमएम और धर्मशाला में 181 एमएम बरसात हुई है. इलके अलावा, कांगड़ा के पालमपुर में भी 85 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है. लैंडस्लाइड के चलते धर्मशाला-चंडीगढ़-दिल्ली नेशनल हाइवे ब्लॉक हो गया है. हाईवे पर चैतडू के पास मलबा सड़क पर आया है. दोनों ओर से वाहनों की आवाजाही थम गई है. लैंडस्लाइड के चलते धर्मशाला-चंडीगढ़-दिल्ली नेशनल हाइवे ब्लॉक हो गया है. हाईवे पर चैतडू के पास मलबा सड़क पर आया है. दोनों ओर से वाहनों की आवाजाही थम गई है. अब यह हाईवे बहाल कर दिया गया है. ढाई घंटे बाद बहाली हुई है.
205 लोगों की मौत
बता दें कि भारी बारिश के चलते हिमाचल में सुबह 10 बजे तक 87 सड़कें बंद हैं. इनकी बहाली के प्रयास जारी हैं. सूबे में अब तक बारिश से 1000 करोड रुपये का नुकसान हुआ है, जबकि 205 लोगों की मौत हो चुकी है. इन मौतों में सड़क हादसे भी शामिल हैं. 102 जानें रोड एक्सिडेंट में ही हुई हैं.