शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

हिमाचल एनसीसी: कुल्लू एयरपोर्ट पर माइक्रोलाइट विमान की सफल लैंडिंग, अब युवाओं को मिलेगा स्थानीय उड़ान प्रशिक्षण

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Himachal News: हिमाचल प्रदेश के युवाओं के लिए आज ऐतिहासिक क्षण दर्ज हुआ है। एचपी एयर स्क्वाड्रन एनसीसी को आवंटित एसडब्ल्यू-80 वायरस माइक्रोलाइट विमान ने कुल्लू-मनाली हवाई अड्डे पर सफल ट्रायल लैंडिंग की। इस सफलता से कैडेट्स में नई उम्मीद और उत्साह का संचार हुआ है।

भुंतर एयरपोर्ट में एनसीसी हैंगर का कार्य लगभग पूरा होने वाला है। यह सफल लैंडिंग जिले के लिए मील का पत्थर साबित होगी। कैडेट्स को अब उड़ान प्रशिक्षण के लिए पटियाला नहीं जाना पड़ेगा। वे हिमाचल में ही प्रशिक्षण ले सकेंगे।

एमओयू को पूरा करने की अपील

एचपी एयर स्क्वाड्रन एनसीसी के कमांडिंग ऑफिसर विंग कमांडर कुणाल शर्मा ने महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने राज्य शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन से आग्रह किया। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के साथ लंबित एमओयू को शीघ्र पूरा किया जाए।

उन्होंने बताया कि कुल्लू में एनसीसी कैडेट्स को उड़ान प्रशिक्षण दिलाने के सपने को साकार करने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर जरूरी हैं। यह विमान पहले पटियाला में स्थित था क्योंकि कुल्लू में कार्यशील हैंगर उपलब्ध नहीं था। अब स्थिति बदल रही है।

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विशेषज्ञ नेतृत्व में सफल उड़ान

यह सफल उड़ान ग्रुप कैप्टन ए. भारद्वाज और विंग कमांडर कुणाल शर्मा के कुशल नेतृत्व में पूरी हुई। ग्रुप कैप्टन भारद्वाज तीन पंजाब एयर स्क्वाड्रन एनसीसी पटियाला के कमांडिंग ऑफिसर हैं। पहाड़ी और जटिल हवाई मार्ग में यह उड़ान एनसीसी की विशेषज्ञता को दर्शाती है।

यह ऐतिहासिक लैंडिंग एनसीसी परिवार के लिए गौरव का क्षण बनी। कैडेट्स के लिए यह प्रेरणा का स्रोत बनी। अब वे कुल्लू घाटी के आकाश में भविष्य की उड़ानों के सपने देख रहे हैं। यह उनके लिए बड़ा अवसर साबित होगा।

चुनौतीपूर्ण भूभाग पर सफलता

एनसीसी एयर विंग के विमान ने पहली बार कुल्लू-मनाली हवाई अड्डे के चुनौतीपूर्ण भूभाग पर सफल उड़ान भरी। यह उड़ान तकनीकी दक्षता और उत्कृष्ट योजना का प्रमाण है। यह कैडेट्स के सपनों को पंख देने वाला क्षण साबित हुआ।

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कुल्लू के उपायुक्त तोरुल एस रवीश ने इस सफलता की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि वायरस माइक्रोलाइट विमान की सफल उड़ान और लैंडिंग हुई है। अब स्थानीय कैडेट्स को प्रशिक्षण के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। इससे उनका समय और संसाधन बचेगा।

युवाओं के लिए नई संभावनाएं

इस सफलता से हिमाचल के युवाओं के लिए नई संभावनाएं खुल गई हैं। एनसीसी कैडेट्स को हवाई प्रशिक्षण के लिए अब दूर नहीं जाना होगा। उनकी पढ़ाई का समय बचेगा। प्रशिक्षण की लागत में कमी आएगी। स्थानीय स्तर पर बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

यह पहल प्रदेश के युवाओं में आत्मविश्वास पैदा करेगी। विमानन क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक युवाओं को बड़ा लाभ मिलेगा। स्थानीय स्तर पर प्रशिक्षण मिलने से अधिक युवा इस क्षेत्र में आगे आ सकेंगे। यह हिमाचल के विकास में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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