Himachal News: हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में हिमाचल मानसून हादसा ने एक परिवार को बेघर कर दिया। नादौन उपमंडल के रक्कड़ गांव में भारी बारिश के कारण राहुल कुमार का मकान पूरी तरह ढह गया। हादसे के समय उनकी पत्नी और तीन छोटे बच्चे घर में थे। समय रहते बाहर निकलकर उन्होंने अपनी जान बचाई। मलबे में फर्नीचर, कपड़े और रसोई का सामान दब गया। परिवार अब अस्थायी शरण में है।
तत्परता ने बचाई जान
राहुल कुमार के परिवार ने तेज बारिश के बीच खतरे को भांप लिया। दीवारों में दरारें दिखते ही उन्होंने तुरंत घर खाली किया। कुछ ही मिनटों में एक कमरा भरभराकर गिर गया। दूसरा कमरा भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त है और कभी भी ढह सकता है। हिमाचल मानसून हादसा ने परिवार को गहरे संकट में डाल दिया। मलबे में दबे सामान की कीमत करीब चार लाख रुपये बताई जा रही है। परिवार की तत्परता ने बड़ा हादसा टाल दिया।
आर्थिक तंगी में परिवार
राहुल कुमार का परिवार पहले से ही आर्थिक रूप से कमजोर है। मकान ढहने से उनके सामने रहने की गंभीर समस्या खड़ी हो गई है। फिलहाल, वे राहुल के छोटे भाई के घर में अस्थायी रूप से रह रहे हैं। हिमाचल मानसून हादसा ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दीं। परिवार के पास नया आशियाना बनाने के लिए संसाधन नहीं हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से तत्काल सहायता की मांग की है।
पंचायत ने मांगी राहत
पंचायत उपप्रधान संजीव कुमार ने घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने बताया कि राहुल का परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। मकान गिरने के बाद उनकी स्थिति और खराब हो गई है। संजीव ने प्रशासन से तुरंत राहत और मुआवजे की मांग की। उन्होंने कहा कि परिवार के पुनर्वास के लिए हरसंभव मदद दी जानी चाहिए। हिमाचल मानसून हादसा ने स्थानीय समुदाय को भी झकझोर दिया है।
बारिश का कहर जारी
हिमाचल में मानसून की भारी बारिश ने कई क्षेत्रों में तबाही मचाई है। रक्कड़ गांव में हुए इस हादसे ने एक बार फिर प्रकृति की मार को उजागर किया। राहुल के परिवार की तरह कई अन्य लोग भी बारिश के कहर से प्रभावित हैं। प्रशासन पर पीड़ितों की मदद का दबाव बढ़ रहा है। परिवार ने उम्मीद जताई कि जल्द ही उन्हें सहायता मिलेगी, ताकि वे फिर से सामान्य जीवन शुरू कर सकें।
