शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

हिमाचल मंत्री: औचक निरीक्षण में स्कूल पर लटके मिले ताले, अनुपस्थित शिक्षकों को निलंबित करने के आदेश जारी

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Himachal News: हिमाचल प्रदेश के मंत्री जगत सिंह नेगी ने चंबा जिले के एक स्कूल का औचक निरीक्षण किया। स्कूल का मुख्य द्वार और सभी कमरे बंद मिले। छात्र परिसर के बाहर खड़े थे। मंत्री ने ताले तुड़वाकर बच्चों को अंदर प्रवेश दिलाया। पांच शिक्षकों में से केवल एक ही मौजूद था। नेगी ने एसडीएम को जांच का आदेश दिया और दोषी शिक्षकों को निलंबित करने को कहा।

स्थानीय लोगों ने मंत्री के काफिले को थांदल गांव में रोका। उन्होंने शिकायत की कि स्कूल स्टाफ अक्सर अनुपस्थित रहता है। मंत्री ने तुरंत स्कूल का रुख किया। उन्होंने वहां की दयनीय स्थिति देखी। स्कूल प्रभारी भी अनुपस्थित था जिसके पास चाबियां थीं। मल्टी-टास्क वर्कर के अलावा कोई स्टाफ नहीं दिखा।

मंत्री की कार्रवाई

जगत सिंह नेगी ने कुछ देर इंतजार किया। सुबह दस बजे के बाद भी कोई शिक्षक नहीं पहुंचा। तब उन्होंने ताले तुड़वाने का फैसला लिया। बच्चों को अंदर बैठाकर उनसे बातचीत की। छात्रों ने बताया कि शिक्षक नियमित रूप से अनुपस्थित रहते हैं। उपस्थिति रजिस्टर पूरी तरह खाली था। मंत्री ने इसकी जांच स्वयं की।

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सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो

मंत्री की इस कार्रवाई का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। वीडियो में नेगी को ताले तुड़वाते देखा जा सकता है। वह बच्चों से रुबरू बातचीत कर रहे हैं। अधिकारियों से शिक्षकों के बारे में पूछताछ कर रहे हैं। इस वीडियो ने लोगों का ध्यान खींचा है। लोग मंत्री की कार्रवाई की सराहना कर रहे हैं।

जांच के आदेश

राजस्व और बागवानी मंत्री ने पांगी के एसडीएम को तुरंत जांच शुरू करने को कहा। एसडीएम रेजिडेंट कमिश्नर भी हैं। उन्हें दोषी शिक्षकों को निलंबित करने का अधिकार दिया गया। मंत्री ने पीटीआई भाषा से बातचीत में इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि शिकायत मिलने पर तुरंत कार्रवाई की।

स्कूल की स्थिति

स्कूल में कुल पांच शिक्षक होने चाहिए थे। मगर केवल एक शिक्षक ही ड्यूटी पर था। स्कूल प्रभारी के पास चाबियां होने के बावजूद वह अनुपस्थित था। बच्चे पढ़ाई के बजाय बाहर खड़े थे। कक्षाओं तक उनकी पहुंच नहीं थी। स्थानीय लोग लंबे समय से इस समस्या से परेशान थे।

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स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

थांदल गांव के निवासी मंत्री से मिलकर खुश हुए। उन्होंने बताया कि शिक्षकों की अनुपस्थिति आम बात है। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। मंत्री के त्वरित हस्तक्षेप से उन्हें राहत मिली। अब उम्मीद है कि स्कूल में नियमित पढ़ाई होगी। लोगों ने मंत्री का आभार व्यक्त किया।

प्रशासनिक कार्रवाई

मंत्री के आदेश के बाद प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। शिक्षा विभाग के अधिकारी भी मामले में हस्तक्षेप कर सकते हैं। अनुपस्थित शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी है। स्कूल प्रभारी सहित सभी गैरहाजिर शिक्षकों को नोटिस जारी किया जाएगा। उनसे स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।

शिक्षा व्यवस्था पर सवाल

यह घटना दूरदराज के इलाकों में शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। पांगी जैसे सुदूर क्षेत्रों में शिक्षकों की अनुपस्थिति गंभीर समस्या है। बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ रहा है। प्रशासनिक निगरानी की कमी स्पष्ट दिखती है। इस मामले ने इस ओर ध्यान खींचा है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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