Himachal News: हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कर्नल धनी राम शांडिल ने कहा कि टांडा मेडिकल कॉलेज सहित सभी चिकित्सा संस्थानों को जल्द आधुनिक उपकरणों से लैस किया जाएगा। सीटी स्कैन, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड जैसी मशीनें अगस्त 2025 तक स्थापित होंगी। शुक्रवार को टांडा में जीएस बाली मदर चाइल्ड अस्पताल के रैंप का शिलान्यास करते हुए उन्होंने यह घोषणा की। इससे मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी।
जीएस बाली अस्पताल बनेगा शिशु देखभाल का केंद्र
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि टांडा मेडिकल कॉलेज का जीएस बाली मदर चाइल्ड अस्पताल हिमाचल का सबसे बड़ा शिशु देखभाल केंद्र है। यह कांगड़ा, चंबा, हमीरपुर और मंडी के लोगों को बेहतर सुविधाएं देगा। पांच करोड़ की लागत से बनने वाला रैंप मरीजों की सुविधा बढ़ाएगा। टांडा को उत्कृष्ट स्वास्थ्य संस्थान बनाने की दिशा में काम चल रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए पर्याप्त बजट भी सुनिश्चित किया गया है।
आधुनिक उपकरणों की खरीद में तेजी
मंत्री शांडिल ने कहा कि हिमाचल स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए सीटी स्कैन, फेको और डायग्नोस्टिक मशीनों की खरीद एक माह में पूरी होगी। खरीद प्रक्रिया में पारदर्शिता बरती जा रही है। समिति को प्रक्रिया तेज करने के निर्देश दिए गए हैं। इन उपकरणों को अगस्त 2025 तक सभी स्वास्थ्य संस्थानों में स्थापित किया जाएगा, ताकि मरीजों को तुरंत लाभ मिल सके।
नवजात शिशुओं के लिए विशेष किट
प्रदेश सरकार ने फैसला किया है कि सरकारी और निजी अस्पतालों में जन्म लेने वाले नवजात शिशुओं को शिशु देखभाल किट दी जाएगी। इस किट में 18 गुणवत्तापूर्ण वस्तुएं होंगी। अगस्त 2025 से ये किट अस्पतालों में उपलब्ध होंगी। इस अवसर पर विधायक आरएस बाली, एचआरटीसी उपाध्यक्ष अजय वर्मा, कॉलेज प्रिंसिपल मिलाप शर्मा और अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।
