Himachal News: हिमाचल प्रदेश सरकार ने दिवाली से पहले सिलाई शिक्षकों के लिए बड़ा तोहफा दिया है। ग्राम पंचायतों के व्यावसायिक सिलाई केंद्रों में कार्यरत शिक्षकों के मानदेय में बढ़ोतरी की गई है। अब उन्हें 9500 रुपये मासिक मानदेय मिलेगा। यह बढ़ोतरी एक अप्रैल 2025 से प्रभावी होगी।
पंचायती राज विभाग के सचिव ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। सभी उपायुक्तों, बीडीओ और पंचायत अधिकारियों को आदेश की प्रति भेज दी गई है। इसका उद्देश्य नई दरों को तुरंत लागू करना है। राज्यपाल की स्वीकृति के बाद यह अधिसूचना जारी की गई।
बजट में की गई थी घोषणा
प्रदेश सरकार ने बजट सत्र में ही इस बढ़ोतरी की घोषणा कर दी थी। अब इसपर अमल शुरू हो गया है। सिलाई शिक्षकों को लंबे समय से मानदेय बढ़ाने की मांग चल रही थी। त्योहार से पहले इसकी घोषणा से शिक्षकों को खुशी हुई है।
यह कदम ग्रामीण क्षेत्रों में व्यावसायिक प्रशिक्षण को बढ़ावा देने में मददगार होगा। सिलाई केंद्रों में महिलाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण दिया जाता है। बढ़े हुए मानदेय से शिक्षकों का मनोबल बढ़ेगा। इससे प्रशिक्षण की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा।
तुरंत लागू होंगी नई दरें
पंचायती राज विभाग ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। उन्हें नई दरों को तत्काल लागू करना होगा। सिलाई शिक्षकों को बढ़ा हुआ मानदेय समय पर मिले इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा। विभाग ने वित्तीय प्रबंधन की भी तैयारी कर ली है।
ग्राम पंचायतों के व्यावसायिक सिलाई केंद्र राज्य के सभी जिलों में संचालित हैं। इन केंद्रों से हजारों महिलाओं को लाभ मिलता है। सिलाई प्रशिक्षण से महिलाएं स्वरोजगार के लिए तैयार होती हैं। बढ़ा हुआ मानदेय शिक्षकों के जीवन स्तर में सुधार लाएगा।
शिक्षकों में उत्साह
मानदेय बढ़ोतरी की खबर से सिलाई शिक्षकों में खुशी की लहर है। उनका कहना है कि यह दिवाली का सबसे अच्छा तोहफा है। बढ़ी हुई राशि से उनके परिवार के जीवन स्तर में सुधार आएगा। वे अब और मेहनत से प्रशिक्षण का काम करेंगे।
सरकार का यह कदम ग्रामीण रोजगार को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण है। व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र गांवों में कौशल विकास में अहम भूमिका निभाते हैं। बेहतर मानदेय मिलने से शिक्षकों का उत्साह बढ़ेगा। इससे प्रशिक्षण की गुणवत्ता में सुधार होगा।
