शनिवार, दिसम्बर 20, 2025

हिमाचल सरकार: पशु मित्रों को मिलेगा 5000 रुपये मासिक, सिर्फ 4 घंटे करना होगा काम

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Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश सरकार ने पशुपालन क्षेत्र में युवाओं के लिए एक बड़ी योजना शुरू की है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने पशु मित्र नीति-2025 की घोषणा की। इसके तहत स्थानीय युवाओं को पशु मित्र के रूप में नियुक्त किया जाएगा। उन्हें प्रतिमाह पांच हजार रुपये मानदेय मिलेगा और उनका स्थानांतरण नहीं होगा।

इन पशु मित्रों का मुख्य कार्य गांवों में पशुओं की स्वास्थ्य देखभाल करना होगा। वे पशु चिकित्सक और किसानों के बीच एक कड़ी का काम करेंगे। इस नीति का लक्ष्य पशुधन प्रबंधन में सुधार लाना और स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर पैदा करना है।

प्रारंभिक चरण में एक हजार युवाओं को इस योजना के तहत प्रशिक्षण दिया जाएगा। ये युवा अपने ही क्षेत्र में कार्य करेंगे। पशु मित्र बनने के लिए उम्मीदवार का संबंधित ग्राम पंचायत या नगर निकाय का निवासी होना जरूरी है।

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पशु मित्रों की जिम्मेदारियों में पशुओं का प्राथमिक उपचार और टीकाकरण शामिल है। उन्हें पशु चिकित्सालयों में भी कार्य करना होगा। इसके अलावा उन्हें भारी सामान उठाने का काम भी करना पड़ सकता है।

नियुक्ति से पहले उम्मीदवारों को एक शारीरिक परीक्षा से गुजरना होगा। इसमें उन्हें 25 किलो का वजन उठाकर 100 मीटर की दूरी एक मिनट में तय करनी होगी। यह परीक्षा उनकी शारीरिक क्षमता की जांच के लिए आवश्यक है।

महिला उम्मीदवारों के लिए भी यह एक अच्छा अवसर है। उन्हें 180 दिनों का मातृत्व अवकाश मिलेगा। यह सुविधा केवल उन महिलाओं के लिए होगी जिनके दो से कम बच्चे हैं।

पशु मित्रों को छुट्टियों का भी प्रावधान है। वे एक महीने की सेवा के बाद एक दिन की छुट्टी ले सकते हैं। एक साल में अधिकतम बारह छुट्टियां मिलेंगी। रविवार और राजपत्रित अवकाश भी मान्य होंगे।

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इस योजना की निगरानी के लिए एक समिति गठित की गई है। इस समिति में उपमंडल अधिकारी या उनके प्रतिनिधि अध्यक्ष होंगे। वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी सदस्य सचिव और स्थानीय पशु चिकित्सक सदस्य होंगे।

यह समिति पशु मित्रों के चयन और उनके काम की देखरेख करेगी। इस पहल से ग्रामीण क्षेत्रों में पशु चिकित्सा सेवाओं में सुधार की उम्मीद है। सरकार का मानना है कि इससे पशुपालन को बढ़ावा मिलेगा।

पशु मित्र गांवों में घर-घर जाकर पशुओं की जांच करेंगे। वे किसानों को पशुओं की देखभाल के बारे में जानकारी भी देंगे। यह योजना पशुधन के स्वास्थ्य और किसानों की आय दोनों में सुधार लाने में मददगार साबित होगी।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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