Himachal News: हिमाचल में हिमाचल किसान प्रदर्शन ने शिमला को हिलाकर रख दिया। किसान सभा और सेब उत्पादक संघ के बैनर तले हजारों किसान-बागवान छोटा शिमला सचिवालय के बाहर जमा हुए। वे वन भूमि पर सेब के पेड़ काटने की कार्रवाई रोकने की मांग कर रहे हैं। भारी बारिश के बावजूद प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने सड़कों को जाम कर दिया। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हल्की धक्कामुक्की भी हुई।
सड़कों पर लंबा जाम
शिमला के सर्कुलर रोड पर हिमाचल किसान प्रदर्शन के कारण संजौली से हिमलैंड तक लंबा ट्रैफिक जाम लग गया। वाहनों की लंबी कतारें दोनों ओर दिखीं। प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड्स तोड़ दिए, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। किसान-बागवान अपनी जमीन बचाने के लिए सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इस दौरान सड़क पर आवाजाही पूरी तरह ठप रही। हिमाचल सरकार की ओर से अभी कोई बयान नहीं आया।
सचिवालय में चल रही कैबिनेट बैठक
हिमाचल किसान प्रदर्शन के बीच शिमला सचिवालय में कैबिनेट बैठक चल रही है। प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री या राजस्व मंत्री से मुलाकात की उम्मीद कर रहे हैं। किसान-बागवानों का कहना है कि उनकी जमीन और आजीविका खतरे में है। वे वन भूमि पर सेब बागवानी को संरक्षण देने की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शन के कारण शिमला में तनाव का माहौल है। स्थिति पर पुलिस की कड़ी नजर बनी हुई है।
प्रदर्शनकारियों की मांगें
किसान-बागवान सेब के पेड़ों को काटने की कार्रवाई पर रोक चाहते हैं। हिमाचल किसान प्रदर्शन में शामिल लोग सरकार से स्पष्ट नीति की मांग कर रहे हैं। उनकी मांग है कि वन भूमि पर बागवानी को कानूनी मान्यता दी जाए। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर मांगें नहीं मानी गईं, तो आंदोलन और तेज होगा। शिमला में ट्रैफिक और तनाव के बीच प्रशासन के अगले कदम पर सबकी नजर है।
