शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

हिमाचल शिक्षा बोर्ड: कांग्रेस विचारधारा को बच्चों तक पहुंचाने की तैयारी

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Himachal News: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. राजेश शर्मा ने कहा है कि उनका उद्देश्य कांग्रेस की विचारधारा को शिक्षा के माध्यम से बच्चों तक पहुंचाना है। उन्होंने पंडित जवाहर लाल नेहरू को महान संस्थान बताया और कहा कि आज के बच्चों को उनकी सोच और दर्शन से अवगत कराना जरूरी है। इसी उद्देश्य से बोर्ड ने “द विज़नरी” नामक पुस्तक तैयार की है।

डॉ. शर्मा ने कहा कि नेहरू जैसी महान शख्सियत के कारण ही हम स्वतंत्र भारत में अपनी बात खुलकर रख पा रहे हैं। एक कांग्रेस कार्यकर्ता और शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष के नाते उनका कर्तव्य है कि कांग्रेस की सोच और विचारधारा को सकारात्मक रूप से बच्चों तक पहुंचाया जाए। इस education के जरिए बच्चों में राष्ट्रीय विचारधारा विकसित होगी।

बाल दिवस पर हुआ पुस्तक का विमोचन

“द विज़नरी” पुस्तक का विमोचन बाल दिवस पर किया गया। इस पुस्तक के माध्यम से नेहरू जी के दृष्टिकोण को बच्चों तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। डॉ. शर्मा ने बताया कि इस पुस्तक को हर स्कूल के बच्चों तक पहुंचाने की योजना बनाई गई है। इससे नई पीढ़ी नेहरू जी के विचारों को बेहतर ढंग से समझ सकेगी।

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मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देशों के अनुसार शिक्षा बोर्ड में पारदर्शिता को बढ़ाने का कार्य लगातार जारी है। डॉ. शर्मा ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सुधारों को प्राथमिकता दी जा रही है। बोर्ड का लक्ष्य है कि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। इसके लिए नई पहल की जा रही हैं।

नेहरू के विचारों को पहुंचाएंगे बच्चों तक

डॉ. राजेश शर्मा ने जोर देकर कहा कि पंडित नेहरू के विचार आज भी प्रासंगिक हैं। उनकी दूरदर्शिता और राष्ट्र निर्माण में योगदान को नई पीढ़ी तक पहुंचाना जरूरी है। शिक्षा बोर्ड इस दिशा में काम कर रहा है। नेहरू जी के सपनों का भारत बनाने में शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका है।

हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड ने पाठ्यक्रम में सुधार के लिए कई कदम उठाए हैं। छात्रों के समग्र विकास पर ध्यान दिया जा रहा है। डॉ. शर्मा ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल नौकरी पाना नहीं होना चाहिए। इससे बेहतर नागरिक तैयार करने में मदद मिलनी चाहिए। यह कांग्रेस की विचारधारा से मेल खाता है।

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शिक्षा प्रणाली में लाई जा रही पारदर्शिता

मुख्यमंत्री सुक्खू के निर्देशानुसार बोर्ड ने पारदर्शिता बढ़ाने के उपाय शुरू किए हैं। परीक्षा प्रणाली में सुधार किया जा रहा है। परिणाम घोषणा प्रक्रिया को और विश्वसनीय बनाया जा रहा है। डॉ. शर्मा ने कहा कि छात्रों के हित में सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना प्राथमिकता है।

हिमाचल प्रदेश सरकार का केंद्र शिक्षा क्षेत्र को मजबूत करने पर है। नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन पर काम चल रहा है। डॉ. शर्मा ने कहा कि बोर्ड छात्रों के बेहतर भविष्य के लिए प्रतिबद्ध है। सभी हितधारकों के साथ मिलकर काम किया जा रहा है। इससे शिक्षा प्रणाली में सुधार आएगा।

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