Himachal News: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल आपदा में सरकार नाकाम है। लोग अपने पैसे से सड़कें खुलवा रहे हैं। दानी सज्जनों ने मशीनें दीं। डीजल का खर्चा भी लोग उठा रहे हैं। लेकिन कांग्रेस नेता लोक निर्माण विभाग पर बिल अपने नाम करवाने का दबाव डाल रहे हैं। ठाकुर ने कहा कि आपदा प्रभावित लोग परेशान हैं। हिमाचल आपदा ने सड़क बंद होने से स्थिति गंभीर कर दी है।
देजी गांव में देरी
देजी गांव में 11 लोगों की मौत के एक महीने बाद भी लोक निर्माण विभाग ने जेसीबी नहीं भेजी। हिमाचल आपदा में लोग आपसी सहयोग से मशीनें लगा रहे हैं। ठाकुर ने कहा कि सरकार की नाकामी साफ दिख रही है। आपदा प्रभावित क्षेत्र पुष्प और बागवानी पर निर्भर है। सड़क बंद होने से उत्पाद बाजार नहीं पहुंच रहे। सड़ चुके उत्पाद फेंके जा रहे हैं। यह लोगों के लिए दोहरी मार है।
लॉटरी का मुद्दा
जयराम ठाकुर ने सरकार के लॉटरी वैध करने के फैसले की निंदा की। उन्होंने कहा कि पहले लॉटरी से परिवार बर्बाद हुए। लोग आत्महत्या तक पहुंचे। अब हिमाचल आपदा के बीच सरकार फिर लॉटरी ला रही है। हिमाचल सरकार भांग की खेती को भी वैध कर रही है। शराब बिक्री बढ़ रही है। ठाकुर ने कहा कि यह आत्मनिर्भर हिमाचल का नहीं, पूंजी लूटने का तरीका है।
सड़क बंद का असर
हिमाचल आपदा ने मंडी-कुल्लू क्षेत्र को प्रभावित किया। सड़कें बंद होने से लोग उत्पाद बाजार नहीं ले जा पा रहे। ठाकुर ने कहा कि सरकार का रवैया गैरजिम्मेदाराना है। लोग अपने संसाधनों से मशीनें और डीजल का इंतजाम कर रहे हैं। लेकिन कांग्रेस नेता आपदा में भी लाभ कमाने की कोशिश कर रहे हैं। ठाकुर ने कहा कि सरकार की नाकामी से लोग परेशान हैं। सड़क बंद होने से नुकसान बढ़ रहा है।
सरकार पर सवाल
जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार आपदा प्रबंधन में विफल रही। हिमाचल आपदा में लोग खुद रास्ते खोल रहे हैं। कांग्रेस नेता अवसर तलाश रहे हैं। लॉटरी और भांग की खेती जैसे फैसले लोगों के हित में नहीं हैं। ठाकुर ने कहा कि सरकार की नीतियां हिमाचल को बर्बाद कर रही हैं। लोग पहले ही आपदा से जूझ रहे हैं। सरकार की गलत नीतियां उनकी मुश्किलें बढ़ा रही हैं।
