शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

हिमाचल संकट: आयुर्वेदिक अस्पतालों में दवाओं की भारी कमी, मरीज बैरंग लौट रहे

Share

Himachal News: हिमाचल प्रदेश के आयुर्वेदिक अस्पतालों में दवाओं की गंभीर कमी ने मरीजों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। प्रदेशभर के कई अस्पतालों में महीनों से नई दवाओं का स्टॉक नहीं पहुंचा है। डॉक्टर मरीजों का इलाज सिर्फ चूर्ण और सीमित औषधियों के सहारे कर रहे हैं।

सिरमौर जिले के आयुर्वेदिक अस्पतालों में मरीजों को केवल चार-पांच तरह के चूर्ण ही मिल पा रहे हैं। दवाओं का स्टॉक लगभग पूरी तरह खत्म हो चुका है। मरीजों को अस्पतालों से बैरंग लौटना पड़ रहा है। उन्हें महंगे दामों पर बाजार से दवाएं खरीदनी पड़ रही हैं।

तीन महीने से जारी संकट

पिछले तीन महीनों से आयुर्वेदिक स्वास्थ्य संस्थानों में दवाओं का भारी टोटा है। अस्पतालों में दवाइयों की जितनी खेप उपलब्ध थी, वह अब लगभग खत्म हो चुकी है। कुछ दिनों पहले अश्वगंधा, कारवेल्लक और बिल्व जैसे चूर्णों की सीमित सप्लाई हुई है।

दवाओं का 95 प्रतिशत स्टॉक खत्म हो चुका है। मरीजों को केवल कुछ चूर्ण ही मुहैया करवाए जा सकते हैं। नियमित इलाज लेने वाले मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। उन्हें अपना इलाज बीच में ही रोकना पड़ रहा है।

यह भी पढ़ें:  जातिवाद: पहली कक्षा के बच्चे की पिटाई कर फोड़ दिया कान, पेंट में डाली बिच्छू बूटी; एससी एसटी एक्ट में मामला दर्ज

सिरमौर जिले की स्थिति

सिरमौर जिले के आयुष अस्पताल नाहन और पांवटा साहिब में समस्या गंभीर है। जिले के सभी 89 आयुर्वेदिक हेल्थ सेंटर पिछले तीन महीनों से इस संकट का सामना कर रहे हैं। अक्टूबर महीने तक केवल 20 प्रतिशत दवाएं ही उपलब्ध थीं।

अब तो वह दवाएं भी मरीजों को नहीं मिल पा रही हैं। दवा काउंटरों पर केवल कुछ तरह के चूर्ण ही उपलब्ध हैं। अधिकांश दवाओं के लिए मरीजों को बाजार की ओर रुख करना पड़ रहा है। इससे उन पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है।

प्रशासन की प्रतिक्रिया

जिला आयुष अधिकारी सिरमौर डॉक्टर इंदु शर्मा ने बताया कि अस्पतालों के लिए दवाइयों का नया स्टॉक नहीं आया है। विभिन्न तरह के चूर्ण की सप्लाई हुई है जो मरीजों को मुहैया करवाई जा रही है। दवाओं की सप्लाई के टेंडर हो चुके हैं।

यह भी पढ़ें:  हिमाचल प्रदेश: धर्मपुर बस अड्डा नए स्थान पर होगा शिफ्ट, भीषण तबाही के बाद लिया गया फैसला

अन्य औपचारिकताएं भी पूरी कर ली गई हैं। जल्द ही दवाओं की सप्लाई पहुंचने की उम्मीद है। सप्लाई आते ही इन्हें अस्पतालों और हेल्थ सेंटरों में भेज दिया जाएगा। प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले रहा है।

मरीजों की बढ़ती परेशानियां

आयुर्वेदिक स्वास्थ्य संस्थानों में आने वाले मरीजों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कई मरीज दूर-दराज के इलाकों से इलाज के लिए आते हैं। दवाएं न मिलने पर उनका सफर बेकार चला जाता है। उन्हें अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ रहा है।

लोगों ने सरकार से जल्द से जल्द दवाओं की सप्लाई शुरू करने की मांग की है। आयुर्वेदिक इलाज पर निर्भर मरीजों के लिए यह स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही स्थिति सामान्य होगी।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

Read more

Related News