Himachal News: दिल्ली में हिमाचल कांग्रेस के सीनियर नेताओं की बैठक हुई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने इसकी अगुवाई की। कुछ मंत्रियों ने विभागों में हस्तक्षेप पर नाराजगी जताई। उन्होंने चुनिंदा विधानसभा क्षेत्रों में ही काम होने का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री को सभी को साथ लेकर चलने की सलाह दी। जनता से किए वादों को पूरा करने पर जोर दिया गया।
मंत्रियों की नाराजगी और सुझाव
कई मंत्रियों ने अपनी ही सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि उनके विभागों में प्रत्यक्ष हस्तक्षेप हो रहा है। हिमाचल कांग्रेस के नेताओं ने बोर्ड और निगमों में वरिष्ठ नेताओं की नियुक्ति न होने का मुद्दा उठाया। पार्टी की जीत में योगदान देने वाले नेताओं की अनदेखी पर चिंता जताई गई। हाईकमान से इस पर जल्द निर्णय लेने को कहा गया। संगठन को मजबूत करने की मांग भी हुई।
संगठन के पुनर्गठन पर चर्चा
हिमाचल कांग्रेस के ढांचे के पुनर्गठन पर भी मंथन हुआ। विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार, ठियोग से विधायक कुलदीप राठौर और पालमपुर से विधायक आशीष बुटेल का नाम अध्यक्ष पद के लिए चर्चा में रहा। हाईकमान ने स्पष्ट किया कि एक व्यक्ति, एक पद का सिद्धांत लागू होगा। यदि कोई मंत्री अध्यक्ष बनता है, तो उसे मंत्री पद छोड़ना होगा। हिमाचल कांग्रेस को मजबूत करने के लिए यह कदम जरूरी बताया गया।
पीसीसी गठन की मांग
बैठक में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के गठन पर जोर दिया गया। मंत्रियों और नेताओं ने कहा कि बिना कार्यकारिणी के संगठन कमजोर हो रहा है। हिमाचल कांग्रेस की मौजूदा अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने भी जल्द गठन की जरूरत बताई। नेताओं ने संगठन को मजबूत करने के लिए त्वरित कदम उठाने की मांग की। हाईकमान ने इस पर जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया। यह कदम पार्टी की एकता के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
राहुल गांधी का निर्देश
राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री को सभी नेताओं को साथ लेकर चलने की सलाह दी। उन्होंने जनता से किए गए वादों को पूरा करने पर जोर दिया। हिमाचल कांग्रेस के नेताओं ने संगठन और सरकार के बीच बेहतर तालमेल की जरूरत बताई। मंत्रियों ने हस्तक्षेप कम करने और सभी क्षेत्रों में समान विकास की मांग की। यह बैठक हिमाचल में पार्टी की स्थिति को मजबूत करने के लिए अहम रही।
