Himachal News: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 79वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रदेशवासियों को बधाई दी। उन्होंने राज्य की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं का विस्तार से ब्यौरा दिया। मुख्यमंत्री ने प्राकृतिक आपदाओं से निपटने और विकास के नए आयाम स्थापित करने की बात कही।
आपदा प्रबंधन और राहत पैकेज
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस साल हिमाचल ने भारी बारिश और बाढ़ का सामना किया। मंडी जिला सबसे अधिक प्रभावित हुआ, जहां 200 से अधिक लोगों की जान गई। सरकार ने राहत पैकेज को 25 गुना बढ़ाकर पूर्ण क्षतिग्रस्त मकान के लिए 7 लाख रुपये और आंशिक क्षति के लिए 1 लाख रुपये की सहायता राशि तय की है।
कृषि और पशुपालन में प्रगति
हिमाचल देश का पहला राज्य बना जहां प्राकृतिक खेती पर न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया जा रहा है। मक्की 40 रुपये, गेहूं 60 रुपये और कच्ची हल्दी 90 रुपये प्रति किलो के भाव से खरीदी जा रही है। दूध उत्पादकों को गाय के दूध पर 51 रुपये और भैंस के दूध पर 61 रुपये प्रति लीटर का समर्थन मूल्य मिल रहा है।
शिक्षा और स्वास्थ्य में नवाचार
राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण-2025 में हिमाचल 5वें स्थान पर पहुंचा है। सभी सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा से अंग्रेजी माध्यम शुरू किया गया है। डॉ. वाई.एस परमार विद्यार्थी ऋण योजना के तहत 20 लाख रुपये तक का ऋण 1% ब्याज दर पर उपलब्ध है। शिमला के अटल इंस्टीट्यूट में रोबोटिक सर्जरी की शुरुआत की गई है।
पर्यटन और बुनियादी ढांचा
कांगड़ा जिले को पर्यटन राजधानी बनाने की योजना पर काम चल रहा है। 16 हेलीपोर्ट्स और कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तार का काम प्रगति पर है। देहरा के बनखंडी में 619 करोड़ रुपये की लागत से वन्य प्राणी उद्यान विकसित किया जा रहा है।
रोजगार और वित्तीय प्रबंधन
सरकार ने 74,600 से अधिक युवाओं को रोजगार दिया है। 1.36 लाख एनपीएस कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना बहाल की गई है। ग्रीन बजट की शुरुआत कर हिमाचल ने वित्तीय प्रबंधन में नई मिसाल कायम की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प पूरी तरह से कायम है। उन्होंने प्रदेशवासियों से विकास यात्रा में सहयोग की अपील की और स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दोहराईं।
