Himachal News: कुल्लू जिले से एक गंभीर सड़क दुर्घटना की खबर आई है। सीमा सड़क संगठन की एक बस रविवार को जांस्कर क्षेत्र में खाई में गिर गई। बस में सवार सभी पंद्रह जवान इस हादसे में घायल हो गए। एक जवान की हालत अत्यंत गंभीर बताई जा रही है।
यह बस शिंकुला टनल निर्माण कार्य में लगे 126 आरसीसी यूनिट के जवानों को ले जा रही थी। जांस्कर क्षेत्र में बस अचानक अनियंत्रित हो गई। वह सड़क से उतरकर गहरी खाई में जा गिरी। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया।
स्थानीय लोगों ने शुरू किया बचाव कार्य
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार घायलों की चीखें सुनकर स्थानीय निवासी मौके पर पहुंचे। उन्होंने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया। पुलिस को सूचना देकर रेस्क्यू ऑपरेशन को तेज किया गया। दुर्घटनाग्रस्त क्षेत्र में संचार सुविधाएं सीमित थीं।
चिकित्सा सुविधाओं की कमी के कारण सभी घायलों को एयरलिफ्ट किया गया। उन्हें क्षेत्रीय अस्पताल केलांग ले जाया गया। डॉक्टरों ने तुरंत प्राथमिक उपचार शुरू किया। पांच गंभीर रूप से घायल जवानों को कुल्लू अस्पताल रेफर किया गया।
हादसे के कारणों की जांच जारी
स्थानीय प्रशासन ने बताया कि हादसे के कारणों की जांच चल रही है। प्राथमिक अनुमान के अनुसार सड़क का फिसलन भरा होना मुख्य कारण रहा। तीव्र मोड़ पर बस का नियंत्रण खोना भी एक वजह बताई जा रही है। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।
इस दुर्घटना ने पूरे क्षेत्र में सदमे की लहर दौड़ा दी है। सीमा सड़क संगठन के अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। वे घायल जवानों के इलाज की व्यवस्था कर रहे हैं। संगठन ने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि पहाड़ी इलाकों में ऐसी दुर्घटनाएं अधिक होती हैं। खड़ी ढलान और संकरे मोड़ दुर्घटना के प्रमुख कारण हैं। विशेषज्ञ बेहतर सड़क डिजाइन और सुरक्षा उपायों पर जोर देते हैं।
घायल जवानों का इलाज जारी
कुल्लू अस्पताल के डॉक्टर घायल जवानों के इलाज में जुटे हुए हैं। एक जवान की हालत अभी भी चिंताजनक बनी हुई है। चिकित्सकों की एक टीम उसके उपचार पर कार्य कर रही है। बाकी जवानों की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।
सीमा सड़क संगठन ने घटना की गहराई से जांच का फैसला किया है। वे भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के उपायों पर विचार कर रहे हैं। संगठन का मानना है कि ड्राइवर प्रशिक्षण में सुधार जरूरी है।
जांस्कर क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति चुनौतीपूर्ण है। यहां की सड़कें अक्सर खतरनाक स्थिति में रहती हैं। बारिश और बर्फबारी के मौसम में स्थिति और जटिल हो जाती है। स्थानीय लोग बेहतर सड़क सुरक्षा उपायों की मांग कर रहे हैं।
प्रशासन ने पूरे मामले की जिम्मेदारी ली है। वे सभी घायल जवानों के उपचार का खर्च उठाएंगे। परिवार वालों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। आगे की कार्रवाई जांच रिपोर्ट आने के बाद होगी।
