Himachal News: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में हिमकेयर योजना को लेकर विपक्ष और सरकार के बीच तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई। विपक्ष ने योजना के क्रियान्वयन पर असंतोष जताते हुए मंगलवार को सदन से वॉकआउट कर दिया। भाजपा विधायकों ने आरोप लगाया कि योजना के तहत इलाज सुचारू रूप से नहीं हो पा रहा है।
विपक्ष ने उठाए सवाल
नाचन से भाजपा विधायक विनोद कुमार ने हिमकेयर योजना के क्रियान्वयन पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि एम्स सहित सभी मेडिकल कॉलेजों में योजना के तहत इलाज की व्यवस्था का वादा किया गया था, लेकिन व्यवहार में इलाज नहीं हो पा रहा है। विधायक रणधीर शर्मा ने बताया कि योजना के तहत 365 करोड़ रुपये की धनराशि लंबित पड़ी है।
मुख्यमंत्री ने दिया जवाब
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमकेयर योजना को बंद नहीं किया जा रहा है। सरकार एक साल के अंदर प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों और जोनल अस्पतालों में एम्स जैसी उन्नत सुविधाएं उपलब्ध करवाएगी। रोबोटिक सर्जरी और ऑटोमेटेड लैब जैसी उच्च तकनीकी सुविधाएं लाई जा रही हैं।
स्वास्थ्य मंत्री का बयान
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि विधायक ने आवेश में आकर मामला उठाया है। राज्य सरकार ने विभिन्न संस्थानों को बजट जारी किया है। योजना के तहत किसी भी मरीज का इलाज नहीं रोका जाएगा। सरकार 25 अस्पतालों में डायलिसिस सुविधा के प्रावधानों पर काम कर रही है।
विपक्ष की मांगें
भाजपा विधायकों ने मांग की कि लंबित धनराशि को तुरंत जारी किया जाए। योजना के क्रियान्वयन में आ रही बाधाओं को दूर किया जाए। विपक्ष का कहना है कि योजना का लाभ आम जनता तक पहुंचाने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। सरकार ने पिछले महीने योजना का बजट जारी किया था।
