Himachal News: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस विधायक रघुबीर सिंह बाली ने अपने सरकारी आवास का बिजली बिल लेकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने सदन में कहा कि उनके आवास का 6,78,0000 रुपये का बिल आया है। यह मामला सदन में गर्मा गया। विपक्ष के नेता ने कहा कि यह गलत जानकारी दी गई है।
बाली ने उठाया मामला
रघुबीर सिंह बाली ने सदन में इस मामले को उठाया। उन्होंने बताया कि विधायक सुधीर शर्मा ने इस बारे में एक प्रश्न पूछा था। उस प्रश्न के जवाब में यह जानकारी दी गई। बाली ने कहा कि यह बिल 14 महीने का बताया गया है जो गलत है। इस जानकारी को सोशल मीडिया पर प्रचारित किया गया।
मुख्यमंत्री ने दिया जवाब
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस मामले पर जवाब दिया। उन्होंने बताया कि बाली उनके पास यह बिल लेकर आए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कई सालों का बकाया जोड़कर यह बिल दिखाया गया है। असली बिल एक लाख अड़सठ हजार रुपये का है न कि छह लाख अठहत्तर हजार का।
अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
विधायक बाली ने कहा कि गलत जानकारी देने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। वह इस मामले में विशेषाधिकार हनन की कार्रवाई भी कर सकते हैं। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने भी इस बात पर सहमति जताई। उन्होंने कहा कि गलत जानकारी देने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो।
ओकओवर आवास पर भी गलत बिल
मुख्यमंत्री ने एक और उदाहरण दिया। उन्होंने बताया कि ओकओवर शिमला में एक आवास का बिल भी गलत दिखाया गया। वहां तीन लाख छिहत्तर हजार रुपये का बिल दिखाया गया जबकि असली बिल एक लाख तैंतालीस हजार रुपये का था। सब्सिडी छूट जाने के कारण यह समस्या आई।
किहार में डॉक्टर भेजने का वादा
सदन में एक अन्य मामला उठा। भाजपा विधायक डीएस ठाकुर ने किहार क्षेत्र में डॉक्टरों की कमी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इस दूरदराज के इलाके में कम से कम चार डॉक्टर होने चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के भीतर वहां डॉक्टर भेज दिए जाएंगे।
मक्की की फसल पर संकट
कांग्रेस विधायक केवल सिंह पठानिया ने किसानों की समस्या उठाई। उन्होंने कहा कि मक्की और धान की फसल पीलेपन का शिकार हो रही है। उन्होंने सरकार से फसल का आकलन करने और मुआवजा देने की मांग की। कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने जवाब दिया। उन्होंने बताया कि मक्की की तीस प्रतिशत फसल एक कीट की वजह से खराब हुई है।
फॉल आर्मीवर्म कीट है वजह
कृषि मंत्री ने बताया कि फसल को नुकसान फॉल आर्मीवर्म नामक कीट से हुआ है। इस कीट पर नियंत्रण के लिए दवा का छिड़काव करने के निर्देश दिए गए हैं। विभाग के वैज्ञानिक इस कीट पर नियंत्रण का उपाय ढूंढ रहे हैं। राहत मैनुअल के अनुसार किसानों की मदद की जाएगी।
