Himachal News: हिमाचल प्रदेश राजस्व अधिकारी संघ ने कुल्लू दशहरा के दौरान तहसीलदार के साथ हुई हाथापाई के मामले में कड़ा रुख अपनाया है। संघ ने प्रदेश सरकार को दो दिन का अल्टीमेटम दिया है। अगर आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो सभी राजस्व अधिकारी 13 और 14 अक्टूबर को पेन डाउन स्ट्राइक पर रहेंगे। संघ ने चेतावनी दी है कि इसके बाद भी कार्रवाई नहीं हुई तो 15 अक्टूबर से सामूहिक अवकाश पर चले जाएंगे।
तहसीलदार हरि सिंह यादव के साथ ड्यूटी के दौरान देवता के हरियानों द्वारा किए गए दुर्व्यवहार और हाथापाई के मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। हिप्र राजस्व अधिकारी संघ के अध्यक्ष जुन्गा नारायण सिंह वर्मा ने कहा कि यह स्थिति दुर्भाग्यपूर्ण है। संघ के पदाधिकारियों ने मुख्य सचिव संजय गुप्ता से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा है।
संघ की मांगें और चेतावनी
राजस्व अधिकारी संघ ने सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग की है। संघ के अध्यक्ष नारायण वर्मा ने बताया कि इससे पहले अतिरिक्त मुख्य सचिव से मुलाकात कर मांग रखी गई थी। लेकिन अभी तक इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। दशहरा मेला संपन्न होने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है।
मुख्य सचिव ने संघ को आश्वासन दिया है कि इस मुद्दे पर गहन जांच की जाएगी। जांच के दौरान संलिप्त पाए जाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। हालांकि संघ इस आश्वासन से संतुष्ट नहीं है और त्वरित गिरफ्तारी की मांग कर रहा है। संघ ने स्पष्ट किया कि वह और अधिक देर बर्दाश्त नहीं करेगा।
अधिकारियों की सुरक्षा पर सवाल
संघ के अध्यक्ष ने कहा कि ड्यूटी पर तैनात कार्यकारी मजिस्ट्रेट के साथ ऐसी घटना होना चिंताजनक है। इससे प्रदेश के राजस्व अधिकारियों का मनोबल गिरा है। माफी मांगने के बावजूद तहसीलदार के साथ हाथापाई की गई। इससे समूचे राजस्व अधिकारियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं।
संघ ने सरकार से राजस्व अधिकारियों को सरकारी ड्यूटी के दौरान सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है। अधिकारियों के साथ ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों इसके लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। संघ का मानना है कि यह मामला केवल एक अधिकारी का नहीं बल्कि पूरे विभाग का है।
आगामी कार्यवाही की योजना
राजस्व अधिकारी संघ ने अपनी कार्ययोजना स्पष्ट कर दी है। यदि दो दिन में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो 13 और 14 अक्टूबर को पेन डाउन स्ट्राइक रहेगी। इस दौरान सभी राजस्व अधिकारी कागजी कार्यवाही बंद रखेंगे। यदि सरकार ने इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की तो 15 अक्टूबर से सामूहिक अवकाश पर चले जाएंगे।
संघ ने सभी राजस्व अधिकारियों को इस संबंध में निर्देशित कर दिया है। प्रदेश भर के सभी तहसीलदार और नायब तहसीलदार इस आंदोलन में शामिल होंगे। संघ ने सरकार से अपनी मांगों पर गंभीरता से विचार करने का अनुरोध किया है। इस मामले में त्वरित निर्णय की अपेक्षा की जा रही है।
