शनिवार, दिसम्बर 20, 2025

हिमाचल में 10-11 अगस्त को भारी बारिश की चेतावनी, कई जगह सड़कें और बिजली-पानी की सेवाएं बाधित

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Himachal News: हिमाचल में गुरुवार को बारिश थमी, लेकिन मौसम विभाग ने 8 से 13 अगस्त तक भारी बारिश की चेतावनी दी। 10-11 अगस्त को कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ। भूस्खलन से 452 सड़कें और दो नेशनल हाईवे बंद हैं। 861 ट्रांसफार्मर और 244 जल योजनाएं ठप हैं। बारिश से 202 मौतें हुईं। राज्य को 1952 करोड़ का नुकसान हुआ।

मौसम विभाग की चेतावनी

मौसम विभाग ने 8 से 13 अगस्त तक भारी बारिश की भविष्यवाणी की। 10 और 11 अगस्त को ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ। ऊना, कांगड़ा, मंडी, सोलन और सिरमौर में भारी वर्षा होगी। शिमला, कुल्लू और हमीरपुर में येलो अलर्ट है। तेज हवाएं और आंधी का भी खतरा है। लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई। प्रशासन ने नदियों के किनारे न जाने की सलाह दी।

पिछले 24 घंटों में बारिश

बीते 24 घंटों में ऊना के भरवीं और सोलन के नालागढ़ में 120 मिमी बारिश हुई। नैना देवी में 90 मिमी वर्षा दर्ज हुई। सिरमौर के पच्छाद और बीबीएमबी क्षेत्र में 70 मिमी बारिश हुई। हमीरपुर और कांगड़ा में 60 मिमी वर्षा हुई। किन्नौर के कुकुमसेरी में 46 किमी प्रति घंटे की हवाएं चलीं। शिमला के कुफरी में भी तेज हवाएं दर्ज हुईं।

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सड़कों पर असर

भारी बारिश से भूस्खलन की घटनाएं बढ़ीं। दो नेशनल हाईवे और 452 सड़कें बंद हो गईं। मंडी में 245 सड़कें अवरुद्ध हैं। कुल्लू में 117 और शिमला में 37 सड़कें बंद हैं। किन्नौर में एनएच-5 और कुल्लू में एनएच-305 प्रभावित हुआ। प्रशासन सड़कों को खोलने में जुटा है। यात्रियों से सुरक्षित मार्ग चुनने की अपील की गई है।

बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित

बारिश ने बिजली और पानी की सेवाएं प्रभावित कीं। 861 ट्रांसफार्मर ठप हो गए। कुल्लू में 375 और मंडी में 228 ट्रांसफार्मर बंद हैं। 244 जल योजनाएं प्रभावित हुईं। मंडी में 109 और कांगड़ा में 120 जल योजनाएं ठप हैं। इससे कई इलाकों में पानी की किल्लत हो रही है। प्रशासन ने जल्द बहाली का आश्वासन दिया है।

पौंग डैम से पानी छोड़ा

कांगड़ा के पौंग डैम से 40 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। प्रशासन ने लोगों से नदियों और नालों से दूर रहने को कहा। बांध का जलस्तर बढ़ने से यह कदम उठाया गया। निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। स्थानीय लोग सतर्क हैं। प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीमें तैनात की हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य शुरू हुए।

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बारिश से नुकसान और मौतें

20 जून से अब तक बारिश से 202 लोगों की मौत हुई। 37 लोग लापता हैं। 307 लोग घायल हुए। मंडी में 42 और कांगड़ा में 31 मौतें हुईं। शिमला में 21 और कुल्लू में 18 लोगों की जान गई। 1890 घरों को नुकसान पहुंचा। 474 घर पूरी तरह ढह गए। 299 दुकानें और 1772 गौशालाएं प्रभावित हुईं।

आर्थिक नुकसान

हिमाचल को बारिश से 1952 करोड़ का नुकसान हुआ। लोक निर्माण विभाग को 1040 करोड़ की क्षति हुई। जलशक्ति विभाग को 661 करोड़ का नुकसान हुआ। 58 फ्लैश फ्लड और 30 बादल फटने की घटनाएं हुईं। 51 भूस्खलन दर्ज किए गए। सरकार ने प्रभावितों के लिए राहत पैकेज की घोषणा की। नुकसान का आकलन अभी जारी है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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