शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

हृदय रोग: डॉ. नरेश त्रेहान ने बताए दिल की सेहत के 3 सबसे बड़े दुश्मन

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Health News: देश के जाने-माने हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. नरेश त्रेहान ने हृदय स्वास्थ्य को लेकर चौंकाने वाली जानकारी साझा की है। उन्होंने बताया कि देश में हृदय रोग तेजी से बढ़ रहे हैं और अब 30 साल की उम्र में ही लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। डॉ. त्रेहान ने हृदय रोग से बचाव के लिए तीन प्रमुख कारकों से बचने की सलाह दी है। इनमें तनाव, तंबाकू और प्रदूषण शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इन तीनों से बचकर हृदय रोग सहित कई गंभीर बीमारियों पर विजय पाई जा सकती है।

डॉ. त्रेहान ने दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में हृदय स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि हृदय रोग के जोखिम को पहचानना बेहद जरूरी है। इसके लिए सबसे पहले अपने परिवार के हृदय रोग इतिहास को समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि 25 वर्ष की उम्र से ही व्यक्ति को अपने जोखिम कारकों के अनुसार उपचार शुरू कर देना चाहिए। इससे हृदय रोगों की रोकथाम में मदद मिलेगी।

बिहार में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार

डॉ. त्रेहान ने बिहार में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार की योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मेदांता अस्पताल दरभंगा में एक नया सेंटर खोलने पर विचार कर रहा है। इस संबंध में बिहार सरकार और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से बातचीत हुई है। आगामी दिनों में वे दरभंगा का दौरा करके वहां की संभावनाएं तलाशेंगे। इस दौरे के बाद ही बेड की संख्या और स्वास्थ्य सुविधाओं का प्रारूप तय होगा।

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उन्होंने बताया कि पटना में मेदांता का 650 बेड का अस्पताल पहले से काम कर रहा है। डॉ. त्रेहान ने कहा कि पहले लोग बिहार से बाहर इलाज कराने से डरते थे लेकिन अब स्थिति बदल रही है। राज्य में तेजी से विकास हो रहा है और कई सफल स्वास्थ्य मॉडल सामने आए हैं। उन्होंने बिहार सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं की सराहना की।

हृदय रोग और कैंसर की बढ़ती चुनौती

डॉ. त्रेहान ने बिहार में हृदय रोगों और कैंसर की बढ़ती चुनौती के बारे में चिंता जताई। उन्होंने कहा कि 14 करोड़ की आबादी वाले राज्य में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं की जरूरत है। हृदय रोगों के साथ-साथ कैंसर के मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। इस चुनौती से निपटने के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल को बढ़ावा देना जरूरी है।

उन्होंने कहा कि पटना स्थित मेदांता अस्पताल में एडवांस जांच के उपकरण उपलब्ध हैं। लेकिन लोगों में बीमारियों की रोकथाम और जल्दी पहचान के प्रति जागरूकता की आवश्यकता है। आयुष्मान भारत योजना और राज्य सरकार की स्वास्थ्य योजनाएं लोगों के लिए काफी लाभकारी साबित हो रही हैं। सरकारी स्तर पर सकारात्मक पहल हो रही है।

युवाओं में बढ़ रहा हृदय रोग का खतरा

डॉ. त्रेहान ने युवाओं में बढ़ते हृदय रोग के खतरे पर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि आजकल 30 साल की उम्र में ही लोग हृदय रोगों का शिकार हो रहे हैं। इसके पीछे की वजह अनियमित जीवनशैली और तनाव है। उन्होंने युवाओं को नियमित स्वास्थ्य जांच की सलाह दी। समय रहते हृदय रोग के जोखिम कारकों की पहचान करके इन्हें नियंत्रित किया जा सकता है।

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उन्होंने बताया कि हृदय स्वास्थ्य के लिए नियमित व्यायाम और संतुलित आहार जरूरी है। धूम्रपान और तंबाकू का सेवन हृदय रोग के प्रमुख कारक हैं। वायु प्रदूषण भी हृदय स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है। इन सभी कारकों पर नियंत्रण करके हृदय रोग के खतरे को कम किया जा सकता है।

स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार की जरूरत

डॉ. त्रेहान ने देश में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बढ़ती आबादी के साथ स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार जरूरी है। विशेषकर ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करनी होगी। इसके लिए सार्वजनिक और निजी क्षेत्र को मिलकर काम करना होगा।

उन्होंने कहा कि मेदांता जैसे अस्पताल देश के विभिन्न हिस्सों में अपनी सेवाएं विस्तारित कर रहे हैं। इससे लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं। तकनीक का उपयोग करके टेलीमेडिसिन सेवाओं के माध्यम से दूरदराज के इलाकों में स्वास्थ्य सलाह उपलब्ध कराई जा रही है। इस तरह की पहलों को और बढ़ावा देने की जरूरत है।

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