Heart Attack: हाल के वर्षों में दिल के दौरे के मामलों में चिंताजनक वृद्धि देखी गई है। यह स्थिति अब संक्रामक रोगों के बाद मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक बन गई है। चिकित्सकों की मानें तो एक बड़े हार्ट अटैक से कुछ दिन या महीने पहले अक्सर एक मामूली दिल का दौरा पड़ता है। इस मामूली दौरे के लक्षणों की सही पहचान और समय पर इलाज से बड़ी तबाही को रोका जा सकता है।
डॉक्टरों के अनुसार मामूली दिल का दौरा तब होता है जब हृदय की धमनियां आंशिक रूप से अवरुद्ध हो जाती हैं। इस स्थिति में हृदय को पर्याप्त मात्रा में रक्त और ऑक्सीजन नहीं मिल पाता। हालांकि यह स्थिति बड़े दिल के दौरे जितनी गंभीर नहीं होती, लेकिन इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह एक चेतावनी के समान है जिस पर तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता होती है।
बाएं हाथ और जबड़े में दर्द है खतरे का संकेत
अक्सर लोग जबड़े में होने वाले दर्द को दांतों की समस्या समझकर अनदेखा कर देते हैं। लेकिन अगर बाएं हाथ और जबड़े में एक साथ दर्द हो रहा है तो यह मामूली दिल के दौरे का एक गंभीर संकेत हो सकता है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि इस तरह के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। ऐसी कोई भी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है।
मामूली दिल के दौरे के प्रमुख लक्षण
मामूली दिल के दौरे के लक्षण अक्सर हल्के होते हैं और लोग इन्हें सामान्य थकान या पाचन संबंधी समस्याएं समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। इन लक्षणों में सीने में हल्का दर्द या दबाव का अहसास शामिल है। सांस लेने में तकलीफ या सांस फूलने की समस्या भी एक आम लक्षण है। बिना किसी स्पष्ट कारण के अत्यधिक थकान और कमजोरी महसूस होना भी चिंता का विषय है।
हाथ, कंधे, गर्दन या पीठ के ऊपरी हिस्से में हल्का दर्द हो सकता है। अचानक पसीना आना या बेचैनी महसूस होना भी इन लक्षणों में शामिल है। इन संकेतों को पहचानकर तुरंत चिकित्सीय सहायता लेनी चाहिए। समय रहते उचित इलाज से गंभीर हार्ट अटैक के जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
मामूली दिल का दौरा कितना खतरनाक है?
मामूली दिल का दौरा अपने आप में एक गंभीर चेतावनी है। यह भविष्य में आने वाले बड़े और जानलेवा हार्ट अटैक का संकेत देता है। इसके लक्षणों की पहचान करना जान बचाने जैसा हो सकता है। समय पर निदान और उपचार बहुत प्रभावी साबित होते हैं। इन संकेतों को नजरअंदाज करने पर अचानक बड़ा दिल का दौरा पड़ सकता है।
हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के उपाय
अपने आहार में ताजे फल और हरी सब्जियों को शामिल करें। तेलयुक्त और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए। रोजाना कम से कम तीस मिनट की हल्की शारीरिक गतिविधि जरूर करें। नियमित टहलना हृदय स्वास्थ्य के लिए विशेष रूप से लाभदायक माना जाता है। तनाव प्रबंधन भी हृदय रोगों से बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
योग और ध्यान जैसी प्रथाएं तनाव कम करने में सहायक होती हैं। धूम्रपान और शराब का सेवन हृदय स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़े जोखिम कारक हैं। इन आदतों से पूरी तरह परहेज करना चाहिए। नियमित स्वास्थ्य जांच और जीवनशैली में सुधार करके दिल के दौरे के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
